Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 12:18 PM
पंजाब की सियासी फिजा में लगातार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का टकराव हो रहा है। भुलत्थ में पार्टी वर्करों के साथ मुलाकात करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने ''आप'' नेता सुखपाल खैहरा के खिलाफ खूब भड़ास निकाली।
जालंधर/कपूरथलाः पंजाब की सियासी फिजा में लगातार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का टकराव हो रहा है। भुलत्थ में पार्टी वर्करों के साथ मुलाकात करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने 'आप' नेता सुखपाल खैहरा के खिलाफ खूब भड़ास निकाली।
कांग्रेस पार्टी में फिर से वापसी करने वाले उन नेताओं का भी राणा गुरजीत सिंह ने स्वागत किया है जो चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।
हलका भुलत्थ से सुखपाल खैहरा विधायक हैं, उनकी हलके में कम हाजिरी ने लोगों में विरोध की चिंगारी जगा दी है। कांग्रेस पार्टी ने इसी बात का फायदा उठाते हुए विधायक रमनजीत सिक्की को भुलत्थ का इंचार्ज बना कर वोटरों को भुनाने की कवायद शुरू कर दी है। पंजाब की सत्ता में आम आदमी पार्टी इस समय दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। भविष्य में कांग्रेस के लिए आप की बढ़ रही चुनौती से निपटने के लिए कांग्रेस अभी से हमलावर रूप में आई है।
पंजाब के सिंचाई व बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने कहा है कि वह सिटी सैंटर मामले में कानूनी प्रक्रिया को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि खैहरा जब कांग्रेस में थे तो वह कै. अमरेंद्र सिंह को एक संत राजनीतिज्ञ कहा करते थे। वह अपनी फेसबुक पर अक्सर कैप्टन की तारीफों के पुल बांधा करते थे। खैहरा ने तो यह भी कहा था कि कैप्टन के खिलाफ बादलों ने राजनीतिक द्वेष की भावना से सिटी सैंटर मामला दर्ज किया है। अब आम आदमी पार्टी में आने के बाद खैहरा के स्वर बदल गए हैं।
उन्होंने खैहरा को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने विधानसभा हलके भुलत्थ में धरना आयोजित करके देख लें। अब खैहरा को अपनी लोकप्रियता का पता चल जाएगा। उन्होंने खैहरा से कहा कि एक तरफ वह अपना धरना आयोजित करें तथा दूसरी ओर उनके समानांतर धरना आयोजित करूंगा। इससे खैहरा को अपनी लोकप्रियता का पता चल जाएगा।