Edited By Vatika,Updated: 10 Apr, 2024 09:57 AM
पंजाब समेत उत्तर भारत के मौसम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है।
पंजाब डेस्क: पंजाब समेत उत्तर भारत के मौसम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 13, 14 व 15 अप्रैल को लगातार पंजाब में बारिश के साथ तूफान और बिजली गिरेगी। अगर पंजाब में 3 दिन तक लगातार बारिश होती है तो इससे किसानों की गेहूं की कटने लायक फसल जमीन पर गिर जाएगी जिससे उनको काफी आर्थिक नुकसान होगा। बारिश ने एक बार फिर किसानों की चिंता बढ़ा दी है, वहीं लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिलेगी लेकिन देश के अन्नदाताओं पर काले बादल मंडराने लगे हैं।
पंजाब में फसल कटाई के लिए तैयार
गौरतलब है कि पंजाब में इस समय कई इलाकों में गेहूं की फसल पक चुकी है और कई जिलों में फसल पकने की कगार पर है। इस संबंध में सरकार ने एक अप्रैल से सरकारी खरीद की घोषणा की है और जिला प्रशासन ने गेहूं मंडियों में किसानों की आगामी फसल खरीद के लिए तैयारी पूरी कर ली है। वहीं जिस तरह से मौसम विभाग ने मौसम को लेकर भविष्यवाणी की है, उससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। देखा जाए तो गेंहू की फसल कुछ दिन पहले आए तूफान के कारण जमीन पर गिर चुकी है जिससे कई फसलों को पहले ही भारी नुकसान हो चुका है लेकिन अगर अब लगातार बारिश होगी तो निचले स्थानों पर लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी।
जिला प्रशासन ने अनाज मंडियों में की व्यवस्था
अगर बात करें गुरदासपुर में गेहूं की खरीद व्यवस्था की तो जिला प्रशासन जिले की सभी 94 मंडियों में गेहूं की खरीद के सभी प्रबंध पूरे करने के दावे कर रहा है ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मंडियों में व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं लेकिन खेतों में पकी हुई फसलों पर फिलहाल मौसम की मार पड़ रही है। इससे किसानों को फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है।
बारिश के कारण गेहूं की कटाई भी होगी प्रभावित
अगर पंजाब भर में गेहूं की कटाई की बात करें तो वास्तविक तौर पर गेहूं की कटाई का काम बैसाखी से शुरू होता है लेकिन जिस तरह से पिछले महीने बारिश हुई और फसलें जमीन पर गिर गई और अब फिर से मौसम विभाग की ओर से लगातार पंजाब में 3 दिनों तक बारिश की चेतावनी दी गई है, इससे गेहूं की कटाई पर भी असर पड़ेगा और गेहूं की कटाई में भी देरी होगी।
क्या कहना है किसानों का?
इस संबंध में किसान नेता सतबीर सिंह सुल्तानी, अनोख सिंह, सुखदेव सिंह, बलदेव सिंह, हरजीत सिंह व कश्मीर सिंह ने कहा कि किसान पहले से ही कर्ज के बोझ में दबा हुआ है। कई किसान जमीन ठेके पर लेकर फसल उगाते हैं लेकिन जिस तरह से प्रकृति की मार किसानों पर पड़ रही है, इससे उनकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण किसानों की फसल पहले ही जमीन पर गिर गई है जिससे फसल की पैदावार काफी कम होने की संभावना है।