Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 09:13 AM
पंजाब के भीतर नैशनल हाईवेज पर लगे साइन बोडर््स पर पंजाबी भाषा को तीसरे नंबर पर लिखने की वजह से कुछ समय पहले राज्य के विभिन्न इलाकों, खासकर मालवा में चली ‘कूची फेर मुहिम’ के बाद दर्ज हुए पुलिस केसों को वापस लिया जाएगा।
चंडीगढ़ (रमनजीत सिंह): पंजाब के भीतर नैशनल हाईवेज पर लगे साइन बोड्स पर पंजाबी भाषा को तीसरे नंबर पर लिखने की वजह से कुछ समय पहले राज्य के विभिन्न इलाकों, खासकर मालवा में चली ‘कूची फेर मुहिम’ के बाद दर्ज हुए पुलिस केसों को वापस लिया जाएगा। यह बयान विधानसभा सदन में संसदीय कार्यमंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने दिया। मंत्री महिंद्रा नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा, ‘आप’ विधायक रूपिंद्र कौर रूबी और बलदेव सिंह द्वारा पेश ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे।
संसदीय कार्यमंत्री महिंद्रा ने सदन को बताया कि यह तय नियम है कि जिस भी राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं वहां लगने वाले साइन बोर्डों पर स्थानीय भाषा सबसे ऊपर, फिर देवनागरी हिंदी और फिर अंग्रेजी को लिखा जाता है लेकिन पंजाब में पिछले कुछ समय दौरान चौमार्गी हुए राष्ट्रीय राजमार्गों पर साइन बोर्ड लगाने वाले ठेकेदार की गलती से यह क्रम गड़बड़ाया और पंजाबी को तीसरे नंबर पर लिखा गया था। पंजाबी प्रेमियों द्वारा उठाई गई आवाज के बाद सरकार द्वारा किए गए पत्राचार में ठेकेदार द्वारा अपनी गलती मान ली गई है और ठेकेदार ने अपने खर्च पर सभी साइन बोर्ड दुरुस्त करके लगाने का आश्वासन दिया था व यह काम तकरीबन पूरा होने की कगार पर है।
मंत्री महिंद्रा ने सदन को बताया कि पंजाब सरकार पंजाबी भाषा के विकास के लिए तत्पर है और ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं दी जाएगी जिससे पंजाबी भाषा के सम्मान को ठेस पहुंचती हो।
समाज सेवी नौजवानों के खिलाफ दर्ज हुए केसों को वापस लेने पर विचार करेंगे : ब्रह्म महिंद्रा
‘आप’ विधायकों द्वारा इस संबंध में ‘कूची फेर मुहिम’ चलाने वाले समाजसेवियों, खासकर लक्खा सिधाना जैसे नौजवानों के खिलाफ दर्ज हुए केसों को रद्द करने की मांग की गई। इस पर मंत्री ब्रह्म मङ्क्षहद्रा ने सदन में आश्वासन दिया कि इस मामले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से बात करके समाज सेवी नौजवानों के खिलाफ दर्ज हुए केसों को वापस लेने पर विचार किया जाएगा।
‘फायर फाइटिंग सुविधाओं को गांवों में भी बढ़ाया जाए’
‘आप’ विधायक नाजर सिंह मानशाहिया ने फायर फाइटिंग सुविधाओं को ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि फायर टैंडर समय पर ग्रामीण इलाकों में भी उपलब्ध हों तो किसानों की पकी हुई फसलों को आग लगने से होने वाले नुक्सान को भी बचाया जा सकता है। इस पर सिद्धू ने कहा कि यह बहुत जायज मांग है और वह इससे सहमत हैं।
‘डेंगू के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम’
विधायक धर्मवीर अग्निहोत्री व डा. सुखविंद्र कुमार द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मङ्क्षहद्रा ने कहा कि डेंगू के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, मरीजों को मुफ्त इलाज उपलब्ध करवाया गया है और डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के पनपने को रोकने के लिए सर्वे भी किए गए हैं।
फायर टैंडर व्हीकल तो भेज दिए लेकिन स्टाफ अभी तक नहीं भेजा
वहीं अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर ‘आप’ विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि स्थानीय निकाय मंत्री द्वारा उनकी पिछले सत्र में उठाई मांग को पूरा करते हुए नगर कौंसिल सुनाम को फायर टैंडर व्हीकल तो भेज दिए गए थे लेकिन स्टाफ अभी तक नहीं भेजा गया है। इस पर स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि फायर फाइटिंग सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं जिनके अधीन फायर डायरैक्टोरेट स्थापित किया गया है और जल्द ही भर्ती भी शुरू होगी। उन्होंने बताया कि आग की घटनाओं से जूझने वाले फायर फाइटर्स को जल्द ही फायर सूट्स उपलब्ध करवाने के लिए सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा 8 करोड़ रुपए को मंजूरी दी गई है।