Edited By Vatika,Updated: 04 Aug, 2020 11:52 AM
गांव चुताला निवासी विधवा सुरिंदर कौर (70) हाथ में उस जहरीली शराब की बोतल को पकड़ सरकार को कोसती नजर आई।
तरनतारनः गांव चुताला निवासी विधवा सुरिंदर कौर (70) हाथ में उस जहरीली शराब की बोतल को पकड़ सरकार को कोसती नजर आई। जिसने उसके अकेले पुत्र बलजिंदर को हमेशा के लिए बुढ़ापे में छीन लिया।
माता सुरिंदर कौर ने बताया कि उसका बेटा एक प्राइवेट कंपनी में कर्मचारी था, जिसके साथ घर का गुजारा बहुत मुश्किल से चलता था। माता ने बताया कि बलजिंदर सिंह (45) पुत्र सुरजीत सिंह किसी गांव से शराब की देसी बोतल 160 रुपए खर्च कर लाया था। मौत की इस बोतल को पीने के बाद जब बलजिंदर ने शोर मचाया कि उसे दिखाई देना बंद हो गया है तो उसे तुरंत पट्टी मोड़ पर स्थित बाबा बस्ता सिंह प्राईवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जहां उसकी सेहत जहरीली शराब कारण ओर खराब होती गई। तारीख 30 जुलाई की रात 2 बजे आखिर उसके बेटे की मौत हो गई।
माता ने बताया कि अगर उसे पता होता कि उसका बेटा जहरीली शराब को मुंह लगा रहा है तो उसे कभी न हाथ लगाने देती। बुजुर्ग मां की आंखों में आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। जिसको बहु बलजीत कौर, पोते कुलबीर सिंह, बलदेव सिंह और अमनदीप कौर चुप करवाते हुए हौसला दे रहे थे। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से आर्थिक मदद संबंधित गुहार लगाई है।