Edited By Tania pathak,Updated: 09 Sep, 2020 10:00 PM
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने खुलासा करते कहा कि एजेंसी की तरफ से देश विरोधी और समाज विरोधी तत्वों के खातों /लिंकज़ को ब्लॉक करने के लिए मामला भारत सरकार के इलैक्ट्रॉनिकस और सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्रालय के साइबर डिवीज़न के पास उठाया गया...
चंडीगढ़: कोरोना वायरस के कारण मरने वाले मरीज़ों के अंग निकालने जैसी अफ़वाहों फैलाने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से सख़्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। इसी के मद्देनज़र आज पंजाब पुलिस ने कोविड के बारे में झूठ प्रचार करने वाले 38 फेसबुक, 49 ट्विटर और 21 यूट्यूब खातों /लिंक को समर्थ अथॉरिटी से ब्लाक करवा दिया गया है। पंजाब के अलग-अलग थानों में अब तक 121 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें कुल 151 फेसबुक खाते /लिंक, 100 ट्विटर, चार इंस्टाग्राम और 37 यूट्यूब खातों के संबंधी अथॉरिटी फेसबुक, ट्विटर और गूगल को सूचित किया गया।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने खुलासा करते कहा कि एजेंसी की तरफ से देश विरोधी और समाज विरोधी तत्वों के खातों /लिंकज़ को ब्लॉक करने के लिए मामला भारत सरकार के इलैक्ट्रॉनिकस और सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्रालय के साइबर डिवीज़न के पास उठाया गया। जिसके चलते अब तक 108 खाते /लिंक ब्लॉक कर दिए गए।
एक सरकारी वक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने ऐसीं झूठी पोस्टों /वीडीयो के साथ गुमराह हुए लोगों की तरफ से टेस्टिंग के लिए देरी करने के साथ मौतें होने पर बार-बार चिंता ज़ाहिर की गई क्यों जो यह लोग टेस्टिंग और इलाज के लिए अस्पतालों में नहीं जा रहे। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर पंजाब पुलिस ने समाज में गलत जानकारी और नफरत फैलाने के लिए ज़िम्मेदार लोगों के साथ निपटने के लिए मुहिम चलाई हुई है।
गौरतलब है कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहें और इस बचने के अनेकों तरह के नुस्खे बांटे जाते हैं। कई बार लोग इन झूठी बातों पर अमल कर मुसीबत में पड़ जाते हैं। इसको लेकर प्रशासन भी चिंता में है क्युकी लोगों को इस बारे जागरूक करने की जगह गुमराह किया जा रहा है। इन तमाम फेक न्यूज पर लगाम साधने के लिए ही पंजाब सरकार द्वारा ये कदम उठाया गया है।