Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Oct, 2017 02:05 PM
पंजाब में हिंदू नेताओं की हत्या रूकने का नाम नहीं ले रही। पिछले 2 सालों में कई हिंदूओं नेताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अभीं वीरेंद्र गोसाईं की हत्या का मामला सुलझा नहीं था कि सोमवार को एक बार फिर अमृतसर में दिन-दिहाड़े एक और हिन्दू नेता की सरेआम...
जालंधर : पंजाब में हिंदू नेताओं की हत्याएं रूकने का नाम नहीं ले रही। पिछले 2 सालों में कई हिंदूओं नेताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अभीं वीरेंद्र गोसाईं की हत्या का मामला सुलझा नहीं था कि सोमवार को एक बार फिर अमृतसर में दिन-दिहाड़े एक और हिन्दू नेता की सरेआम गोलियां मार कर हत्या कर दी गई।
इन घटनाओं से यहां पंजाब में दहशत का माहौल है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसके लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है। अपराधिक प्रवृति के लोग सिर्फ हिंदू नेताओं को नहीं बल्कि अन्य धर्म से संबंधित नेताओं को भी निशाना बना रहे हैं। इन हत्याओं का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध जताया जा रहा है।
#punjabhindumurders के तहत लोग पंजाब में हो रही इन वारदातों के लिए कैप्टन सरकार को लताड़ रहे हैं। ट्विटर यूजर ने हिंदूओं नेताओं की हत्याओं के लिए कैप्टन सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा है कि पंजाब में हिंदूओं को मारने के पीछे कांग्रेस का हाथ है। वहीं एक ने लिखा है कि हिंदू नेताओं की हत्या मतलब पंजाब में एक बार फिर आंतकवाद के दौर की शुरूआत होना है।
पंजाब में 2 सालों में 8 हत्याएं
*3 अप्रैल 2016 को भैणी साहिब में माता चंद कौर की हत्या
* 2.23 अप्रैल 2016 को खन्ना में शिवसेना नेता दुर्गा गुप्ता की हत्या
*6 अगस्त 2016 को जालंधर में आर.एस.एस. प्रमुख जगदीश गगनेजा की हत्या
*14 जनवरी 2017 को लुधियाना में दुर्गा माता मंदिर के पास हिन्दू नेता अमित शर्मा की हत्या
*25 फरवरी 2017 को गांव जगेड़ा के नाम चर्चा घर में डेरा प्रेमी सतपाल शर्मा और उसके बेटे रमेश शर्मा की हत्या
*16 जून 2017 को लुधियाना के पीरू बंदा मोहल्ला में पास्टर सुल्तान का मर्डर
*17 अक्तूबर 2017 को आर.एस.एस. शाखा प्रमुख रविन्द्र गोसाईं की घर के बाहर हत्या
*30 अक्तूबर 2017 को हिन्दू नेता विपन शर्मा की भरत नगर, अमृतसर में सरेआम गोलियां मारकर हत्या।