Edited By Updated: 09 Dec, 2016 01:03 PM
यदि हलका डेरा बाबा नानक के इतिहास पर एक नजर मारी जाए तो इस विधानसभा सीट पर इंडियन नैशनल कांग्रेस 8 बार व शिरोमणि अकाली दल 6 बार विजयी रहे हैं।
गुरजासपुरः यदि हलका डेरा बाबा नानक के इतिहास पर एक नजर मारी जाए तो इस विधानसभा सीट पर इंडियन नैशनल कांग्रेस 8 बार व शिरोमणि अकाली दल 6 बार विजयी रहे हैं। इस सीट पर 1951, 1952, 1952, 1969, 1972, 1980, 1992, 2002 व 2012 में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी जीत प्राप्त करते रहे जबकि अन्य चुनावों दौरान अकाली दल के प्रत्याशी जीते।
विधायक का दावा
इस संबंध में जब हलका डेरा बाबा नानक के विधायक सुखजिन्द्र सिंह रंधावा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर जमीनों कमी होने के चलते यहां रोजगार के साधन कांग्रेस सरकार बनने के बाद उपलब्ध करवाए जाएंगे। हलके में कोई शूगर मिल या बड़ी इंडस्ट्री लगाई जाएगी। इसके अलावा लड़कियों को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने के उद्देश्य से कस्बा कलानौर में गल्र्ज कालेज खोला जाएगा। पुलिस के डंडे को कंट्रोल किया जाएगा व अमन-कानून की बिगड़ी स्थिति में बेहतरीन सुधार लाए जाएंंगे।
मुख्य मुद्दा
डेरा बाबा नानक एक सीमावर्ती कस्बा है जो भारत-पाक सीमा से सटा है। सीमावर्ती क्षेत्र में यहां न तो कोई बड़ी इंडस्ट्री है व न ही बड़ा रोजगार का साधन, जिसके बेरोजगारी की समस्या इस हलके में काफी ज्यादा है। एक तरफ नौजवान बेरोजगार हैं वहीं दूसरी तरफ नशों की अलामत से वे जीवन को बर्बाद कर रहे हैं। इसके अलावा सेहत सुविधाओं की तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि सरकारी अस्पताल मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जब भी कोई एमरजैंसी रोगी आता है तो अधिकतर अमृतसर या गुरदासपुर रैफर कर दिया जाता है। और तो और हलके में पड़ते कस्बा कलानौर, जिसे चुनाव के मद्देनजर सब-डिवीजन का दर्जा दिलाया गया, वहां न तो बच्चों के लिए कोई डिग्री कालेज है व न ही उच्च शिक्षा का कोई प्रबंध। बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु साथ लगते बटाला या अमृतसर के कालेजों में दाखिला लेकर पढ़ाई करनी पड़ती है।
पिछले चुनाव में किए गए वायदे
1. कलानौर में सरकारी कालेज बनाना।
2. कलानौर में आर्मी छावनी बनाना।
3. हलके में सड़कों का जाल बिछाना।
4. हलके में रोजगार के अवसर पैदा करने हेतु बड़ी इंडस्ट्री लगाना।
5. डेरा बाबा नानक में कम्युनिटी हाल बनाना।
6. डेरा बाबा नानक शहर में इंटरलॉक टाइल्ज लगवाना।
7. सीवरेज, पानी व स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करवाना।
8. कलानौर को सब-डिवीजन का दर्जा दिलाना।
कितने हुए वफा
1 नहीं बना सरकारी कालेज
2 नहीं बनी आर्मी की छावनी
3 सड़कों का कार्य लगभग मुकम्मल
4 नहीं लगी हलके में कोई बड़ी इंडस्ट्री
5 कम्युनिटी हाल बनवाया
6 इंटरलॉक टाइल्ज का काम मुकम्मल
7 सीवरेज, पानी व स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करवाई
8 कुछ दिन पहले ही कलानौर को सब-डिवीजन का दर्जा दिलवाया गया
लोगों ने ऐसे जताई प्रतिक्रिया
जबसे अकाली सरकार बनी है, गलियों-नालियों का काम सही ढंग से नहीं हुआ। मैटीरीयल पूरा नहीं डाला गया। स्ट्रीट लाइटों के केवल पोल ही नजर आ रहे हैं। बड़ी लाइटें तो 10 वर्ष से लगाई हुई हैं लेकिन जलती नहीं। -प्रेम सागर गुप्ता
सी.एच.सी. डेरा बाबा नानक में स्टाफ की कमी, डाक्टरों की कमी व फार्मासिस्ट की पोस्ट खाली पड़ी है। रोगियों के लिए बैड वाले कमरे जरूर हैं लेकिन उनमें सामान उपलब्ध नहीं है। सरकार को चाहिए कि सेहत सुविधाओं की तरफ ध्यान दिया जाए -डा. जितेन्द्र सिंह
वार्ड नं. 5 के बारे में अपना पंजाब पार्टी के सर्कल अध्यक्ष रघुबीर सिंह ने बताया कि 10 वर्ष से हमारी गली आज तक नहीं बनी। बार-बार मौजूदा अध्यक्ष व विधायक को कहा गया कि हमारी गली बनवाई जाए लेकिन नहीं बनाई गई। - सर्कल अध्यक्ष रघुबीर सिंह
सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल (लड़कों) में पोस्टें खाली पड़ी हैं। चाहे साइंस गु्रप चल रहा है लेकिन पोस्टों की संख्या कम होने के चलते शहर के लोग सहयोग कम कर रहे हैं। शहर में करीब 10 ट्रस्ट होने के बावजूद ट्रस्टों वाले दानी सज्जन स्कूलों को माली सहायता कम देते हैं। यदि वे स्कूलों की मदद करें तो हालत सुधर सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाली सरकार से वे उम्मीद करते हैं कि सरकार स्कूलों में नए कमरे बनवाकर देगी और सामान की कमी को पहल के आधार पर पूरा करेगी। -कार्यकारी प्रिं. बिक्रमजीत सिंह
9 वर्ष से सर्कुलर रोड खराब पड़ी थी,जिसे अच्छे ढंग से कंक्रीट डालकर बनाया गया है। सीवरेज का काम व लाइटों का काम करने के साथ-साथ मेन चौक पुराना बस स्टैंड आदि में टाइलें लगाकर शहर का सौंदर्यीकरण किया गया है। शहर की सफाई का कार्य सुचारू ढंग से करवाया गया है। लोगों की सुविधार्थ कम्युनिटी हाल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आती है तो 23 एकड़ में सुंदर पार्क का निर्माण करवाया जाएगा। -परमीत सिंह बेदी एडवोकेट