Edited By Subhash Kapoor,Updated: 07 Mar, 2024 04:42 PM
कहते हैं जहां का दाना पानी लिखा हो, वहां उतनी देर खाना पड़ता है। फिर बात चाहे अपने मुल्क की हो या पराये मुल्क की। किस्मत साथ-साथ चलती है।
लुधियाना (स्याल): कहते हैं जहां का दाना पानी लिखा हो, वहां उतनी देर खाना पड़ता है। फिर बात चाहे अपने मुल्क की हो या पराये मुल्क की। किस्मत साथ-साथ चलती है। आंखों में बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान से मिलने का सपना लिए सरहद पार कर बैठा किशोर जिसका अली मोविया बनारस, जो अमृतसर सैक्टर से भारत में प्रवेश कर गया और मन में यह सपना था कि वह मुंबई में अपने पसंदीदा स्टार शाहरुख खान से मिलेगा। लेकिन उससे पहले ही वह सुरक्षा एजैसियों के हाथ आकर आब्जर्वेशन होम में है। जहां बेशक उसकी सजा पूरी हो चुकी है। लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से उसकी रिहाई संभव नहीं हो पा रही।
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जानकारी एकत्रित करने पर मीडिया को मालूम हुआ है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान से आया यह किशोर अब आब्जर्वेशन होम, शिमलापुरी में है, जोकि पाकिस्तान के एक गांव से है और पकड़े जाने पर भारतीय पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम के तहत बंद किया गया था। अब जबकि इसकी सजा 23 नवंबर को खत्म हो गई है, लेकिन रिहाई कब होगी, यह अभी पता नहीं। हालांकि सूत्र बताते हैं कि इस किशोर की फाईल गृह मंत्रालय के पास पड़ी है, जिस पर अभी आगे की कार्रवाई होनी बाकी है। दूसरी ओर पाक-भारत के संबंध कब सही हैं और कब बिगड़ जाएं, इस पर भी संशय बना रहता है। हालांकि इन दिनों हालात दोनों देशों में सामान्य है और भारत में चुनावों की घोषणा होने वाली है और पाकिस्तान में चुनाव निपटे हैं। इन दोनों परिस्थितियों में युवक की रिहाई को लेकर भारत व पाक की सरकारों की ओर से क्या कदम उठाएं जाएंगे, उन पर भी संशय बरकरार है।
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