Edited By Updated: 23 Jan, 2017 01:12 AM
पंजाब विधानसभा चुनाव में राजनीतिक किस्मत आजमाने उतरे
सिरसा/चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव में राजनीतिक किस्मत आजमाने उतरे उम्मीदवारों मेें से कुछ आज डेरा का आर्शीवाद लेने यहां पहुंचे और राजनीतिक विंग से समर्थन की अपील की। डेरा का सबसे अधिक मालवा क्षेत्र में खासा असर है। मालवा क्षेत्र की 69 सीटों में से अधिकांश पर डेरा सच्चा सौदा के करीब 15 से 45 हजार तक वोट माने जा रहे हैं। राज्य में करीब तीन सौ डेरे हैं तथा डेरा सच्चा सौदा का भी खासा प्रभाव है।
सभी दल डेरा प्रेमियों के समर्थन के डेरा के चक्कर काट रहे हैं और कुछ डेरा प्रमुख से मिलने वाले हैं। अब तक विभिन्न दलों के 45 उम्मीदवारों ने डेरा प्रमुख से मिलने का समय मांगा है। करीब छह उम्मीदवारों ने तो आज डेरा जाकर डेरा प्रमुख से आशीर्वाद भी लिया। डेरा की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष राम सिंह का कहना है कि राज्य में चुनाव को लेकर इकाई ने खंड तथा हलका स्तर पर बैठक करके डेरा प्रेमियों की राय जानी है। डेरा ने अभी किसी भी उम्मीदवार को समर्थन पर अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है।
शाह सतनाम जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में पंजाब प्रांत की संगत के भंडारे में लाखों की तादाद में डेरा अनुयाई सिरसा पहुंचे हैं। सभी ओहदेदारों से राय मशविरा लिया जा रहा है। पंजाब के दिड़बा विधानसभा हलके के अकाली दल उम्मीदवार गुलजारी लाल, बल्लुआना हलके से अकाली उम्मीदवार प्रकाश सिंह भट्टी, बङ्क्षठडा हलके से अकाली प्रत्याशी सरूप चंद सिंगला, सरदूलगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार अजीत इंद्र सिंह मोफर, मानसा से कांग्रेस उम्मीदवार डा. मंजू बाला, संगरूर हलके से कांग्रेस उम्मीदवार विजयइंद्र सिंगला तथा तलवंडी साबो सीट से कांग्रेस उम्मीदवार खुशबाज सिंह जटाना ने डेरा प्रमुख से मिलकर आशीर्वाद लिया और समर्थन की अपील की।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इसा ने बताया कि पंजाब में उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला साध-संगत पर छोड़ा हुआ है। डेरा की सोच नशा तथा भ्रष्टाचार विरोधी है और डेरा अनुयाई जिस भी उम्मीदवार को समर्थन देंगे उनसे पहले इन शर्तों पर आधारित शपथ-पत्र लिया जाएगा।