Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 09:36 AM
पंजाब नगर निगम-2017 के चुनावों के लिए नगर निगम जालंधर और जिले की म्यूनिसिपल कमेटियों भोगपुर व गोराया के साथ-साथ नगर पंचायत शाहकोट और बिलगां में वोटिंग होने जा रही है। इसके अंतर्गत लगभग 6 लाख मतदाता 453 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। पंजाब...
जालंधर (अमित): पंजाब नगर निगम-2017 के चुनावों के लिए नगर निगम जालंधर और जिले की म्यूनिसिपल कमेटियों भोगपुर व गोराया के साथ-साथ नगर पंचायत शाहकोट और बिलगां में वोटिंग होने जा रही है। इसके अंतर्गत लगभग 6 लाख मतदाता 453 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। पंजाब निगम चुनाव 2017 के दौरान चुनाव प्रचार 15 दिसम्बर शाम 4 बजे से बंद हो जाएगा। इसके बाद कोई भी उम्मीदवार सार्वजनिक रैलियों को संबोधित नहीं कर सकेगा परन्तु वह घर-घर जाकर प्रचार कर सकेगा।
जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि पोङ्क्षलग पार्टियों को ई.वी.एम. एवं अन्य चुनाव सामग्री का वितरण 16 दिसम्बर को होगा जिसके बाद पोङ्क्षलग पार्टियां सीधे अपने पोलिंग स्टेशनों के लिए रवाना होंगी। जिले में शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों के बारे में बताते हुए जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि पुलिस द्वारा काफी बड़ी गिनती में लाइसैंसी हथियार जमा करवाए जा चुके हैं और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। इसके अतिरिक्त सारे हलकों के महत्वपूर्ण स्थानों पर चुनावों की घोषणा के बाद निरंतर नाकाबंदी जारी है जिसके लिए पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पोलिंग वाले दिन सारे पोलिंग केन्द्रों की निगरानी के लिए कई सीनियर अधिकारी तैनात किए गए हैं।
7500 कर्मचारी करवाएंगे शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न
इस बार के नगर निगम चुनावों में लगभग 4000-4200 कर्मचारी जिला प्रशासन की तरफ से और 3300-&500 पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से तैनात रहेंगे और चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
डी.ए.सी. में होगा जिले का कंट्रोल रूम
चुनावों के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी, शिकायत या सुझाव के लिए दी जाने वाली हर प्रकार की प्रथम सूचना के लिए डी.ए.सी. के अंदर पूरे जिले का कंट्रोल रूम पूरा समय काम करता रहेगा, जिसमें कंट्रोल रूम, शिकायत सैल हर समय उपलब्ध रहेंगे। ए.डी.सी. (डी) के दफ्तर में निगम चुनावों से संबंधित कंट्रोल रूम पूरा समय काम करता रहेगा।
डिसएबिलिटी वाले वोटरों के लिए विशेष पोलिंग बूथ स्थापित
एक विशेष पहल के तहत जिला प्रशासन की तरफ से कुष्ठ आश्रम में रह रहे वोटरों की सुविधा के लिए संस्था के बरामदों मेंं ही पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं ताकि वोटरों को वोट डालने के लिए कहीं और न जाना पड़े।
डी.सी. सहित सारे अधिकारी रहेंगे फील्ड में
जिला चुनाव अफसर-कम-डी.सी. के साथ अन्य अधिकारी चुनाव वाले दिन पूरा समय फील्ड में रहेंगे और हर स्थिति पैनी निगाह बनाकर रखेंगे।
चुनावी स्टाफ को मिलेगी मुफ्त मैडीकल सुविधा
ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को जरूरत पडऩे पर किसी भी तरह की मैडीकल सुविधा बिल्कुल मुफ्त प्रदान की जाएगी। सेहत सम्बन्धी किसी भी किस्म की दिक्कत के मामले में सेहत विभाग की तरफ से मुफ्त मैडीकल सुविधा प्रदान की जाएगी।
वी.वी.पैट का नहीं होगा इस्तेमाल, केवल ई.वी.एम. पर डलेंगी वोटें
विधानसभा-2017 की भांति नगर निगम चुनावों में वोटर वैरिफाइबल आडिट ट्रेल सिस्टम (वी.वी.पैट) का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। लोकल बॉडी चुनावों में मतदाता केवल ई.वी.एम. पर ही अपनी वोट डाल सकेंगे। गौर हो कि जालंधर जिले में पंजाब विधानसभा चुनाव-2017 के दौरान दो विधासभा हलकों (हल्का जालंधर सैंट्रल और जालंधर कैंट )में वी.वी.पैट का इस्तेमाल किया गया था।
क्या है वी.वी.पैट सिस्टम?
वोटर वैरिफाइबल आडिट ट्रेल सिस्टम (वी.वी.पैट) से निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यधिक पारदर्शिता आई है। वी.वी.पैट एक ऐसी मशीन है जिसे मूलरूप से इस्तेमाल किए जाने वाले ई.वी.एम.-मतदान यूनिट के साथ जोड़ा जाता है, जिसके अंदर एक ड्राप बॉक्स के साथ प्रिंटर भी रहता है। जैसे ही कोई भी मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करते समय मतदान यूनिट में अपने पसंदीदा प्रत्याशी के नाम और चुनाव चिन्ह वाला बटन दबाता है तो मतदान यूनिट के साथ रखे गए वी.वी.पैट यूनिट में एक पारदर्शी खिड़की से एक कागज की पर्ची सामने आती है जिसमें उम्मीदवार का क्रम संख्या, उनका नाम और चुनाव चिन्ह व उसकी फोटो जिसे उसने अपना वोट दिया है वह प्रिंट किया होता है। उक्त प्रिंट यूनिट के अंदर लगभग 7 सैकेंड के लिए नजर आता है और उसके बाद पर्ची अपने आप कटकर वी.वी.पैट यूनिट के अंदर चली जाती है। मतदाता को अपने वोट की सही जानकारी मिलने से उसे इस बात की तसल्ली हो जाती है कि उसका वोट उसके पसंदीदा उम्मीदवार को ही गया है।