Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 01:26 PM
सिविल अस्पताल में नर्सिंग की ट्रेनिंग लेतीं सरकारी होस्टल में रहती नर्सों ने अपनी सुरक्षा को लेकर आज सुबह करीब 8 बजे अस्पताल से डी.सी. दफ्तर तक रोष मार्च किया और डी.सी. दफ्तर के प्रबंधकीय काम्पलैक्स में 2 घंटे निरंतर धरना दिया।
संगरूर (बेदी,बावा): सिविल अस्पताल में नर्सिंग की ट्रेनिंग लेतीं सरकारी होस्टल में रहती नर्सों ने अपनी सुरक्षा को लेकर आज सुबह करीब 8 बजे अस्पताल से डी.सी. दफ्तर तक रोष मार्च किया और डी.सी. दफ्तर के प्रबंधकीय काम्पलैक्स में 2 घंटे निरंतर धरना दिया। सरकारी होस्टल में रहती मल्टीपर्पज हैल्थ वर्कर फीमेल भाग-1 और 2, जी.एन.एम. भाग-1, 2 और 3 की शिक्षार्थियों ने अपनी सुरक्षा को लेकर प्रबंधकों पर गंभीर आरोप लगाते जमकर नारेबाजी की।
क्या है मामला
धरने पर बैठी नॄसग होस्टल की छात्राओं ने बताया कि गत रात्रि करीब 12-1 बजे उनके होस्टल में कुछ शरारती तत्व आ गए जिनके द्वारा लड़कियों से बदतमीजी करने की कोशिश की गई परन्तु लड़कियों ने हिम्मत करके उनमें से 1 को दबोच दिया। इसके बाद प्रिंसीपल और पुलिस को सूचित कर दिया। प्रिंसीपल व अन्य स्टाफ की हाजिरी में दबोचे व्यक्ति को पुलिस हवाले कर दिया। रोष प्रकट करती नर्सों ने बताया कि होस्टल में शरारती लोगों के घुसने की यह पहली घटना नही है। पिछले दो-अढ़ाई वर्षों में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं परंतु जब भी उनके द्वारा प्रिंसीपल रजिंद्र कौर या संबंधित प्रबंधकों को बताया जाता है तो उनको यह सुनने को मिलता है कि होस्टल में लड़कों को आप खुद बुलाती हैं।
प्रिंसीपल ने आरोपों को नकारा
कालेज प्रिंसीपल रजिन्द्र कौर ने कहा कि होस्टल में ऑन कॉल होस्टल वार्डन पहुंच जाती है, रात वाली घटना मौके भी होस्टल वार्डन पहुंच गई थी। पहले भी होस्टल में शरारती लोग आने की एक घटना हुई थी जिसकी पड़ताल की गई थी। उन्होंने होस्टल में रहती लड़कियों को कभी नहीं कहा कि होस्टल में लड़कियां लड़कों को बुलाती हैं।