Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Apr, 2018 10:49 PM
दलितों के सम्मान के लिए, शिक्षा-रोजगार के लिए, गरीबी से बाहर निकालने के लिए, पिछड़ापन खत्म करने के लिए, नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले चार साल से दिन रात एक कर रहे हैं। यह कहना है...
चंडीगढ़: दलितों के सम्मान के लिए, शिक्षा-रोजगार के लिए, गरीबी से बाहर निकालने के लिए, पिछड़ापन खत्म करने के लिए, नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले चार साल से दिन रात एक कर रहे हैं। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक का जो कि शनिवार को डा. भीमराव अंबेदकर जयंती के उपलक्ष्य में लुधियाना में भाजपा द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय प्रोग्राम को संबोधित कर रहे थे।
गौरतलब है कि शनिवार को भाजपा द्वारा पंजाब भर में 33 स्थानों पर डा. अंबेदकर जयंती के कार्यक्रम आयोजित किए गए। मलिक ने कहा कि कांग्रेस ने साजिश कर दो बार डा. अंबेदकर को चुनाव हरवा दिया और आजादी से 2014 तक उनके मान-सम्मान व प्रतिष्ठा के लिए कोई कदम नहीं उठाया, वहीं दूसरी तरफ 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने डा. भीमराव अंबेदकर के जन्मस्थान महू, दीक्षा स्थल नागपुर, चैत्य भूमि मुंबई में इंदू मिल, शिक्षा भूमि लंदन, महापरिनिर्वान स्थल दिल्ली को पंच तीर्थ के नाम पर विकसित करने की घोषणा की और आज 2018 में लगभग कार्य पूरा हो चुका है।
इतना ही नहीं जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से डा. अंबेदकर जयंती का कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र में मनाया गया, वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में जहां डा. अंबेदकर ने आखिरी सांस ली, उस स्थान पर डा. अंबेदकर राष्ट्रीय स्मारक बना आज सुबह उसका उदघाटन भी कर दिया। इससे पहले 7 दिसंबर को डा. अंबेदकर के पुण्य तिथि वाले दिन मोदी दिल्ली के जनपथ पर डा. अंबेदकर इंटरनेशनल सेंटर का उदघाटन भी कर चुके हैं।