Edited By Updated: 25 May, 2017 02:35 PM
ट्रैफिक की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है।
जालंधरः ट्रैफिक की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है। ऐसे में इस समस्या के समाधान के लिए पब्लिक ने एक अहम फैसला लिया है। इसके अंतर्गत ट्रैफिक रूल्स वायलेशन के फोटो सोशल मीडिया के जरिए पुलिस तक पहुंचाए जा सकेंगे। इसके बाद पुलिस द्वारा चालान काट कर आरोपी के घर भेज दिया जाएगा। रोड सेफ्टी कमेटी की मीटिंग में मेंबर्स की मांग पर ए.डी.सी. गुरमीत सिंह मुलतानी ने ट्रैफिक पुलिस को आम पब्लिक के लिए फेसबुक पेज तथा व्हॉट्सएप नंबर जारी करने के आदेश दिए हैं। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि इसके लिए जल्द ही नंबर जारी कर दिए जाएंगे, फिलहाल शिकायकर्ता टोल-फ्री नंबर 1073 पर संपर्क कर सकते है। कमेटी मेंबर तरसेम कपूर का कहना है कि निगम ने कोई भी पैचवर्क नहीं किया। सड़कों में जगह-जगह पर गड्ढे पढ़े हुए हैं जो राहगीरों की मौत का करण बन रहे हैं।
इस बैठक में बी.एस.एफ. चौक हादसे का शिकार हुए अजीत मिन्हास की मां इंद्रदीप कौर मिन्हास भी पहुंचीं। उन्होने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वो नहीं चाहती कि किसी दूसरे के बेटे के साथ ऐसी घटना घटे। उन्होंने शहर में मौत बनकर घूम रहे टिप्परों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन को मुहिम छेड़ने के लिए कहा। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि हादसे वाले दिन बी.एस.एफ. चौक के पास डायल 108 एम्बुलैंस मौजूद थी। मगर एम्बुलैंस में कोई पैरामेडिकल स्टाफ और संसाधन नहीं थे। ए.डी.सी. गुरमीत सिंह मुलतानी ने कहा कि कुछ दिन पहले वह मार्केट गए थे, वहां मोटरसाइकिल पर दो लड़के जा रहे थे। उनकी बाइक की नंबर प्लेट पर लिखा था, जवाई नूं रोक के विखाओ। रोकदे क्यों नहीं, इस तरह की नॉनसेंस क्रिएट करने वालों को पुलिस क्यों नहीं रोकती? ऐसे मामलों से पुलिस को सख्ती बरतनी चाहिए।