Edited By Des raj,Updated: 08 Sep, 2018 11:08 PM
श्री अकाल तख्त साहिब से निष्कासित पांच प्यारों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बहबल कलां और कोटकपूरा में हुए गोली कांड के लिए शिरोमणि अकाली दल की ङ्क्षनदा करते हुए एक बार फिर अकाली दल 1920 को अस्तित्व में लाने के संकेत दिए हैं।
अमृतसर(ममता): श्री अकाल तख्त साहिब से निष्कासित पांच प्यारों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बहबल कलां और कोटकपूरा में हुए गोली कांड के लिए शिरोमणि अकाली दल की ङ्क्षनदा करते हुए एक बार फिर अकाली दल 1920 को अस्तित्व में लाने के संकेत दिए हैं।
पांच प्यारे सतनाम सिंह खालसा, मंगल सिंह, मेजर सिंह, तरलोक सिंह और सतनाम सिंह खंडेवाला ने पत्रकार सम्मेलन दौरान पंथपरस्त नेताओं को शिरोमणि अकाली दल छोड़कर 1920 में स्थापित किए अकाली दल को पुन: जीवित करने की जरूरत पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के कार्यकाल दौरान 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी संबंधी गांव बुर्ज जवाहरके में घटना हुई परंतु उस समय बादल सरकार ने आरोपियों को सजा देने की बजाय 12 व 13 अक्तूबर 2015 की रात को शांतमयी धरने पर बैठे सिखों को जबरदस्ती गिरफ्तार करके इसको खत्म करने की कोशिश की।
पांच प्यारों ने आरोप लगाया कि कुछ दशकों से टकसाली अकाली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अपने स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करते आ रहे हैं, जिसकी ताजा उदाहरण जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट को बिना पढ़े शिरोमणि कमेटी की कार्यकारिणी से धक्के से रद्द करवाना है। शिरोमणि अकाली दल बादल यदि गलत नहीं था तो पंजाब विधानसभा में जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट पर बहस दौरान विधानसभा में से क्यों भागा। पांच प्यारों ने अफसोस जताया कि पुराने टकसाली नेता अब शिरोमणि अकाली दल की बजाय बादल परिवार को बचाने के लिए उल्टे सीधे बयान देने की मुकाबलेबाजी में पड़ गए हैं, जो उन्हें शोभा नहीं देता।