Edited By swetha,Updated: 14 Aug, 2018 10:49 AM
भारत-पाक के संबंधों में चल रहे गतिरोध का खामियाजा तुर्की से भारत आ रही फ्लाइट में सवार दिल्ली के विपिन कुमार को भुगतना पड़ा।
जालंधर(मृदुल): भारत-पाक के संबंधों में चल रहे गतिरोध का खामियाजा तुर्की से भारत आ रही फ्लाइट में सवार दिल्ली के विपिन कुमार को भुगतना पड़ा। फ्लाइट में उसकी तबीयत बिगडऩे के बाद पायलट ने विमान की लाहौर में एमरजैंसी लैंङ्क्षडग करवाई और पाक अधिकारियों से उसके इलाज की गुजारिश की लेकिन एयरपोर्ट पर विपन की जांच करने आए पाकिस्तानी डाक्टरों ने भारत के साथ बिगड़े संबंधों का हवाला देकर इलाज करने से मना कर दिया। ऐसे में वह 3 घंटे जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहे। इसके बाद विमान ने जब दिल्ली में लैंङ्क्षडग की तो एयरपोर्ट में पहले से मौजूद डाक्टर ने उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद वेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया तब जाकर उसकी जान बच पाई।
जालंधर के रहने वाले पंकज मेहता ने बताया कि वह अपने दोस्त विपन कुमार (33) के साथ कम्पनी की ओर से बिजनैस ट्रिप पर गए थे। वापसी पर जब फ्लाइट भारत के लिए आ रही थी तो अचानक विपन की तबीयत बिगड़ गई और उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। हालांकि फ्लाइट में एक डाक्टर भी थे जोकि उसकी सेहत का ख्याल रख रहे थे।पैसेंजर की हालत बिगड़ती देख पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसकी जान बचाने के लिए पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट पर विमान की एमरजैंसी लैंडिंग करवा दी। हालांकि वहां डॉक्टर तो आए मगर उन्होंने भारत के साथ खराब संबंधों और सरकार के आदेशों का हवाला देते हुए मरीज का इलाज करने से मना कर दिया। पंकज ने बताया कि इस बात को बताने के लिए ही सरकार और डॉक्टर ने 3 घंटे खराब कर दिए और विपन की हालत बद से बदतर हो गई। इसके बाद पायलट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी, जहां मरीज को उपचार मिल पाया।
मरीज का कोई धर्म नहीं होता : डा. वरिश
वहीं वरदान अस्पताल के मालिक डा. वरिश ने बताया कि वर्ष 2015 में पाकिस्तान के लाहौर से शगुफ्ता और उनके पति मलिक मोहम्मद के औलाद नहीं हो रही थी। वह जब पंजाब आए तो उन्होंने उनके अस्पताल में 6 महीने तक इलाज करवाया जिसके बाद उन्हें संतान सुख मिला था। उन्होंने कहा कि मरीज का कोई धर्म नहीं होता। पाकिस्तान की ओर से एक भारतीय मरीज के साथ इस तरह का व्यवहार उचित नहीं।
पाक का व्यवहार बिल्कुल सही नहीं : डॉ. विर्क
वहीं इस संबंधी विर्क फर्टीलिटी एवं आई.वी.एफ. के मालिक डॉ. विर्क ने बताया कि उनके अस्पताल में पाकिस्तान से कितने ही मरीज आते हैं, जोकि आई.वी.एफ. ट्रीटमैंट के मार्फत मां-बाप बनते हैं। उन्होंने पाक के अटॉर्नी जनरल मोहम्मद शिराज, एक कपल आशिया बोनी और उनके पति मोहम्मद का ट्रीटमैंट किया तब जाकर उन्होंने संतान सुख पाया था। मगर पाकिस्तान की ओर से इस तरह का व्यवहार करना बिल्कुल सही नहीं है।