Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 11:42 AM
पूर्व सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना के प्रयास व मानवाधिकार आयोग की पहल पर कंडी के गांव छोरियां के लोगों को पीने का पानी अब नियमित रूप से मिलने लगा है।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): पूर्व सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना के प्रयास व मानवाधिकार आयोग की पहल पर कंडी के गांव छोरियां के लोगों को पीने का पानी अब नियमित रूप से मिलने लगा है।
वाटर एंड सैनीटेशन विभाग ने आयोग को पत्र लिख इस संबंधी जानकारी दी है कि छोरियां गांव के लोगों को जुलाई 2016 में पानी उपलब्ध करवा दिया है। अब मानवाधिकार आयोग ने इस संबंधी पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना से अगली सुनवाई 13 दिसम्बर 2017 के दिन पूछा है कि वह संतुष्ट हैं कि नहीं?
क्या था मामला
गौरतलब है कि दसूहा उपमंडल के अधीन आते गांव छोरियां के लोगों को नजदीकी गांव खुनखुन सकरी से पानी की आपूर्ति हो रही थी। साल 2012 में सड़क निर्माण के दौरान पाइप के जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से पानी की सप्लाई रुक गई थी। आयोग की तरफ से निर्देश मिलने के बाद कभी नाबार्ड तो कभी वल्र्ड बैंक स्कीम से पानी की आपूॢत करने की फाइल सरकारी दफ्तरों में घूमती रही।
सैनीटेशन विभाग की तरफ से जुलाई 2016 में आयोग को रिपोर्ट भेजी गई की छोरियां गांव को खुनखुन सकरी की बजाय अब तकीपुर मुंडिया गांव से पानी की आपूर्ति को बहाल कर दिया गया है। इस संबंध में छोरियां गांव की पंचायत ने भी 16 अगस्त 2017 को आयोग को पत्र भेज सूचित किया कि अब गांव के लोगों को दिन में 2 बार नियमित रूप से पानी मिलने लगा है।
4 साल पानी नहीं मिलने का गुनहगार कौन : खन्ना
पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने बताया कि 7 जून 2012 को पंजाब केसरी में दसूहा से ‘वाटर सप्लाई का पानी नहीं आने के कारण लोगों में रोष’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होने पर इस संबंधी शिकायत उन्होंने मानवाधिकार आयोग को भेजी थी।
उन्होंने इस मामले पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि 21वीं सदी के दौर में भी सरकारी विभागों की उदासीनता की वजह से छोरियां गांव के लोगों को पीने के पानी के लिए 4 सालों तक इंतजार करना पड़ा। आयोग के निर्देश मिलने के बाद भी सरकारी विभाग इस काम को पूरा करने के लिए अलग-अलग स्कीम के तहत गांव के लोगों को पीने के पानी से वंचित रखा, इसके लिए गुनाहगार कौन, पर विचार करना होगा।