Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 11:25 AM
डी.टी.ओ. कार्यालय बंद करने और सारा कामकाज आर.टी.ए. के अधीन करने के पश्चात परिवहन विभाग द्वारा बहुत बड़ा कदम उठाते हुए लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के उद्देश्य से ऑनलाइन लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत 14 सितम्बर,...
जालंधर(अमित): डी.टी.ओ. कार्यालय बंद करने और सारा कामकाज आर.टी.ए. के अधीन करने के पश्चात परिवहन विभाग द्वारा बहुत बड़ा कदम उठाते हुए लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के उद्देश्य से ऑनलाइन लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत 14 सितम्बर, 2017 को पहले चरण में ऑनलाइन लॄनग लाइसैंस आवेदन आरंभ किए गए थे, जिसके पश्चात 2 चरणों में ऑनलाइन डी.एल. (पक्का ड्राइविंग लाइसैंस) और इंटरनैशनल लाइसैंस बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई। लगभग 1 महीना तक ट्रायल रन करने के बाद इसकी सफलता को देखते हुए जालंधर में अब लर्निंग, डी.एल. और इंटरनैशनल ड्राइविंग लाइसैंस के लिए ऑनलाइन आवेदन अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके पश्चात ऑफलाइन आवेदन पूर्ण रूप से बंद हो गया है। अंतिम चरण में रिन्युवल लाइसैंस का काम भी जल्दी ही ऑनलाइन कर दिया जाएगा।
बढ़ेगी पारदर्शिता, भ्रष्टाचार होगा खत्म होगा
लोगों द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने से ट्रैक पर व्याप्त भ्रष्टाचार में कमी दर्ज की जाएगी, क्योंकि आवेदकों को अपने घर बैठे ही आवेदन जमा करने की सुविधा प्राप्त होगी और उनकी एजैंटोंपर निर्भरता भी थोड़ी कम होगी। इससे काम में पारदर्शिता आएगी और ऑनलाइन सही दस्तावेज ही अपलोड किए जा सकेंगे। गलत दस्तावेज अपलोड करने की सूरत में पकड़े जाने पर आवेदन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे हर कोई गल्त दस्तावेज अपलोड करने से गुरेज करेगा।
घंटों लाइन में लगने का झंझट होगा खत्म
लर्निंग, डी.एल. और इंटरनैशनल लाइसैंस के आवेदन ऑनलाइन करने से ट्रैक पर भीड़ भी काफी कम होगी। घंटों लाइन में लगने का झंझट भी समाप्त हो जाएगा, क्योंकि जहां पहले लोगों को अपना काम छोड़कर सुबह लाइन में लगना पड़ता था। अब उन्हें केवल अपनी अप्वाइंटमैंट वाले समय पर ही जाकर कुछ ही देर में आवेदन जमा करवाने की सुविधा प्राप्त होगी।
सारी तैयारियां मुकम्मल, नहीं आएगी कोई परेशानी : दरबारा सिंह
सैक्रेटरी आर.टी.ए. दरबारा सिंह का कहना है कि हर प्रकार के लाइसैंस का ऑनलाइन आवेदन करने संबंधी सारी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं। एक महीने तक केवल ट्रायलरन किया गया था ताकि कमियों को सुधारा जा सके। अब इसे पूरी तरह से लागू कर दिया गया है। इस बात को भली-भांति सुनिश्चित किया गया है कि सारा काम सही ढंग से हो जाए और जनता को कोई परेशानी न आए।
क्या है ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया?
-परिवहन विभाग की वैबसाइट परिवाहन.जीओवी. इन पर सारथी पोर्टल में आवेदन अप्लाई किए जा सकते हैं।
-आवेदक को अपने दस्तावेज अपलोड करने होंगे, जिसमें लॄनग लाइसैंस (अगर बना हुआ है तो), आई.डी. प्रूफ और एक सैल्फ-डैक्लारेशन फार्म शामिल हैं।
-आवेदन के दौरान अपना पुराना लाइसैंस नंबर और जन्मतिथि भरने के उपरांत इश्यू करने वाली अथारिटी का नाम भरना होगा, जिसके बाद नया लॄनग लाइसैंस नंबर प्राप्त किया जा सकता है।
लनया लॄनग लाइसैंस प्राप्त करने के उपरांत अपना पक्का लाइसैंस अप्लाई किया जा सकता है।
-30 सितम्बर तक बने सारे लर्निंग लाइसैंसों का डाटा ऑनलाइन किया जा चुका है। पुराने लाइसैंस को नए नंबर अलाट किए जा चुके हैं।
-ट्रांसपोर्ट वाहन के लिए लाइसैंस बनाने के उपरांत फार्म-1 के साथ फार्म 1-ए (मैडीकल सर्टीफिकेट - पी.डी.एफ. फार्मेट में) भरा जाना जरूरी है, जिसके ऊपर डाक्टर का नाम, डिग्री, पता और जारी करने की तिथि दर्ज होनी अनिवार्य है।
-आवेदक को विभाग से मिले समय पर आधुनिक ड्राईविंग टैस्ट ट्रैक पर जाकर अपना आवेदन जमा करवाना होगा।
-ओरिजनल दस्तावेज, जिन्हें उसके द्वारा ऑनलाइन अपलोड किया गया है वे अपने साथ लेकर जाना भी जरूरी है, ताकि सारे दस्तावेजों की स्क्रूटनी करवाकरआवेदन जमा किया जा सके।
-आवेदक को ट्रैक पर काऊंटर नम्बर 2 पर फीस जमा करवानी होगी।
-इसके उपरांत क्लर्क जसविंद्र सिंह के पास आवेदन की स्क्रूटनी करवानी होगी।
-दस्तावेज सही पाए जाने पर आवेदक को अपनी फोटो करवानी होगी।