Edited By Vaneet,Updated: 20 Feb, 2019 06:04 PM
पुलवामा में हुए हमले पर कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा दिए गए ...
अमृतसर(गुरप्रीत): पुलवामा में हुए हमले पर कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद लगातार सिद्धू विरोधियों के निशाने पर हैं। गत दिवस जहां भाजपा वर्करों की तरफ से लुधियाना और अमृतसर में सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन करके उनके पोस्टर पर कालिख पोथी गई थी, वहीं आज अमृतसर के अलग-अलग चौकों में देश का गद्दार सिद्धू है के पोस्टर लगाए गए हैं। इसकी खबर नवजोत सिंह सिद्धू के विभाग को मिली तो नगर निगम टीम के आधिकारियों ने तुरंत कार्यवाही कर चौंक में से बोर्ड हटाए। निगम कर्मचारियों ने फिलहाल पत्रकारों के साथ कोई बातचीत नहीं की। बेशक निगम की तरफ से तुरंत कार्यवाही करते हुए सिद्धू के खिलाफ लगे बोर्ड हटा दिए गए परन्तु अभी तक यह पता नहीं लग सका कि पोस्टर किसने लगाए थे।
सिद्धू ने पुलवामा हमले पर ये दिया था बयान
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन के ‘‘कायरतापूर्ण’’ हमले की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पूछा कि क्या कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। सिद्धू ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह कायरतापूर्ण कार्रवाई है और मैं सख्ती से इसकी निंदा करता हूं। हिंसा हमेशा निंदनीय है और जिन लोगों ने यह किया उन्हें सजा मिलनी चाहिए।’’ सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद का कोई धर्म और उसकी कोई जाति नहीं होती। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 71 साल से यह सब हो रहा है। क्या वह कभी रूके हैं।’’ सिद्धू नेता ने कहा, ‘‘मेरे लिए हिंसा हमेशा निंदनीय है। मैं हमेशा अहिंसा में विश्वास रखता हूं। किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं है। मेरे लिए आगे बढऩे के लिए अहिंसा सबसे प्रबल हथियार है।
पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में करीब 40 जवानों शहीद हो गए थे। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया था।