Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 08:05 AM
विवाह समारोह के दौरान आमने-सामने हुई फायरिंग में मारे गए मनप्रीत सिंह मंगा व हरविन्द्र सिंह कोंदी जहां गैंगस्टर थे वहीं रिकार्ड के अनुसार दोनों ही पुलिस को वांटेड चल रहे थे। हरविन्द्र सिंह कोंदी कुख्यात गैंगस्टर गगनदीप शोरी का साथी था जबकि मनप्रीत...
अमृतसर (संजीव): विवाह समारोह के दौरान आमने-सामने हुई फायरिंग में मारे गए मनप्रीत सिंह मंगा व हरविन्द्र सिंह कोंदी जहां गैंगस्टर थे वहीं रिकार्ड के अनुसार दोनों ही पुलिस को वांटेड चल रहे थे। हरविन्द्र सिंह कोंदी कुख्यात गैंगस्टर गगनदीप शोरी का साथी था जबकि मनप्रीत ने अलग से अपना ही एक गैंग बना रखा था। पहले भी दोनों आमने-सामने हो चुके थे।
विवाह समारोह में हुए खूनी टकराव के पीछे कुछ घरेलू कारण सामने आए हैं। इसमें किसी समय गहरे दोस्त रहे मंगा व कोंदी एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए थे। दोनों का कभी एक-दूसरे के घर पर आना-जाना भी होता रहा था, मगर जब कोंदी का पता चला कि मंगा दोस्ती की आड़ में उसकी बहन पर गंदी नजर रखता है तो दोनों में छत्तीस का आंकड़ा बन गया। इसके उपरांत कोंदी किसी भी सूरत में मंगा को मारने पर उतारू हो गया था। विवाह समारोह ने जहां दोनों को आमने-सामने ला खड़ा किया वहीं दोनों की मौत भी लिख दी।
आमने-सामने चली गोलियों में मंगा तो मौके पर ही मारा गया, मगर कोंदी ने इस गोली कांड को अलग रूप देने के लिए खुद अपनी टांग पर गोली मार ली। पुलिस से बचने के लिए कोंदी द्वारा खुद पर चलाई गोली ने ही उसकी जान ले ली। जिला अमृतसर देहाती की पुलिस ने मरने वाले दोनों कोंदी व मंगा के परिवार वालों की शिकायत पर क्रॉस मामले दर्ज कर लिए हैं जिसमें पुलिस वारदात में शामिल आरोपियों की धर-पकड़ के लिए छापामारी कर रही है। एक तरफ मरने वाले हरविन्द्र कोंदी की माता अमरजीत कौर की शिकायत पर मारे गए मनप्रीत सिंह मंगा सहित उसके साथी सुखदेव सिंह, इन्द्रजीत सिंह, मोनू चीमा, पम्मा व गुरप्रीत सिंह के विरुद्ध केस दर्ज किया है जबकि दूसरी औरे मरने वाले मंगा की माता रणजीत कौर की शिकायत पर मारे गए हरविन्द्र सिंह कोंदी व उसके साथियों में गगनदीप सिंह, रूपिन्द्र सिंह, अमरजीत व उनके 6 अज्ञात साथियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने निकाला शोरी गैंग का रिकार्ड
जिला अमृतसर देहाती की पुलिस ने तरनतारन के गांव भिखीविंड के रहने वाले गगनदीप शोरी का आपराधिक रिकार्ड निकाल लिया है, जिसमें उस पर कई संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें थाना सिविल लाइन अमृतसर, भिखीविंड व झब्बाल शामिल हैं। दूसरी तरफ मरने वाले कोंदी के खिलाफ भी पुलिस रिकार्ड में केस दर्ज हैं। दूसरी ओर देहाती पुलिस मनप्रीत सिंह मंगा के विरुद्ध दर्ज मामलों को खंगाल रही है और बहुत जल्द इसका ब्यौरा सामने लाएगी।
कोंदी व मंगा का हुआ पोस्टमार्टम
आमने-सामने हुए गोली कांड के दौरान मनप्रीत सिंह मंगा व हरविन्द्र सिंह कोंदी का आज पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट में यह साफ हुआ है कि कोंदी की 315 बोर व मंगा की 12 बोर की गोली लगने से मौत हुई है। पुलिस के अनुसार मंगा के पास 12 बोर की राइफल थी और वह उसी गोली से मारा गया जबकि कोंदी के पास 315 बोर की राइफल थी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि मंगा अकेला था, हो सकता है कि कोंदी के साथियों द्वारा पहले उसकी 12 बोर की राइफल छीनी गई हो और उसी से उस पर गोली दाग दी गई हो। कोंदी की मौत 315 बोर की गोली लगने से हुई, जबकि उसके पास भी 315 बोर की ही राइफल थी। यह बात भी साफ कर रही है कि कोंदी ने खुद को बचाने के लिए अपने ऊपर गोली चलाई, मगर उसी से उसकी मौत हो गई।
क्या कहना है एस.एस.पी. का?
एस.एस.पी. देहाती परमपाल सिंह का कहना है कि विवाह समारोह के दौरान चली गोलियों में मारे मंगा व कोंदी का पोस्टमार्टम करवा शव उनके परिवार वालों को सौंप दिए गए हैं, जबकि क्रॉस मामले में नामजद किए गए आरोपियों की धर-पकड़ के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है।