Edited By Updated: 05 Jan, 2017 10:53 AM
अब इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि जो नगर निगम शहर में करोड़ों रुपए के विकास करवाने के दावे करते हुए नहीं थकती है, उसका अपना मेन निगम हाल जो शहर की अनमोल विरासती इमारतों में शुमार है
फगवाड़ा (जलोटा): अब इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि जो नगर निगम शहर में करोड़ों रुपए के विकास करवाने के दावे करते हुए नहीं थकती है, उसका अपना मेन निगम हाल जो शहर की अनमोल विरासती इमारतों में शुमार है, की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि यह किसी भी क्षण धराशायी हो सकती है। लोगों ने ‘पंजाब केसरी’ के साथ वार्तालाप में कहा कि नगर कौंसिल कार्यालय से नगर निगम कार्यालय तक का सफरनामा तय कर चुके इस मेन हाल के ऊपरी हिस्से की खराब हालत पिछले कई वर्षों से ज्यों की त्यों है और इसकी सच्चाई सत्ता सुख भोग रहे अकाली-भाजपा नेताओं को भी बखूबी पता है।
जनता ने तर्क देते हुए कहा कि यह इमारत इतनी विशाल है कि निगम परिसर में आकर इसे नजरअंदाज करना नामुमकिन है, लेकिन फिर भी इसके ठीक ढंग से रख-रखाव हेतु किसी भी राजनेता ने कोई पहल नहीं की है। बस यदि कुछ हुआ है तो इसी इमारत के आसपास रहकर विकास करने के दावे हुए हैं। सच्चाई यह भी है कि उक्त इमारत के भीतर रोजाना कई सरकारी कर्मचारी और बाबू निगम का काम करते हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि फगवाड़ा की पहचान स्वीकारे जाते नगर निगम कार्यालय के मेन हाल का जीर्णोद्धार कब होगा?