Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 09:00 AM
25 अगस्त को डेरा सिरसा प्रमुख की पेशी संबंधी पंचकूला गए हजारों डेरा प्रेमियों में शामिल मालवा के डेरा प्रेमियों में से हालात सुधरने के बाद भी अभी तक 100 से अधिक
फरीदकोट (हाली): 25 अगस्त को डेरा सिरसा प्रमुख की पेशी संबंधी पंचकूला गए हजारों डेरा प्रेमियों में शामिल मालवा के डेरा प्रेमियों में से हालात सुधरने के बाद भी अभी तक 100 से अधिक प्रेमी अपने घरों में नहीं लौटे और न ही उनका पता लग रहा है।
सूत्रों के अनुसार मालवा क्षेत्र के 50 से अधिक और फरीदकोट जिले के 22 डेरा प्रेमियों पर हरियाणा पुलिस ने केस दर्ज कर उनको अलग-अलग जेलों में बंद किया हुआ है। लापता डेरा प्रेमियों के खिलाफ किसी भी थाने में केस दर्ज न होने का भी पता लगा है और इन प्रेमियों के बारे में अस्पतालों से भी कुछ पता नहीं लग रहा।
डेरे से संबंधित फरीदकोट जिले के एक प्रेमी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर अंदेशा जताया है कि हरियाणा में मरने वालों और गिरफ्तार किए गए प्रेमियों के मामले में पुलिस के आंकड़े सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला में पुलिस की गोली से 38 प्रेमी नहीं मरे, बल्कि मरने वालों की संख्या कहीं ज्यादा है, जिस संबंधी सोशल मीडिया पर अभी भी हर रोज वीडियो आ रहे हैं, उन वीडियो में दर्जनों की संख्या में गंभीर हालत में प्रेमी दिखाए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार जिला फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फिरोजपुर, मोगा और फाजिल्का के 100 से अधिक डेरा प्रेमी घरों को नहीं आए हैं। पुलिस अधिकारियों ने डेरा प्रेमियों के लापता होने बारे तर्क दिया है कि बहुत से डेरा प्रेमी गिरफ्तारियों के डर से छिपे हुए हैं।
इस दौरान डेरा प्रेमियों का शिष्टमंडल मालवा के कुछ कांग्रेसी विधायकों से मिला है और लापता व्यक्तियों की तलाश करने की मांग की है। उन्होंने पुलिस छापों और डेरा प्रेमियों खिलाफ दर्ज किए जा रहे झूठे मामलों के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग की है। इस संबंधी जब जिले के सीनियर पुलिस कप्तान डा. नानक सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि उनके पास डेरा प्रेमियों के लापता होने संबंधी कोई शिकायत नहीं पहुंची।