Edited By Sunita sarangal,Updated: 11 Mar, 2020 02:21 PM
कैप्टन सरकार द्वारा हलके के विकास के लिए 25 करोड़ की ग्रांट जारी किए जाने के बाद अब इसे हासिल करने के लिए कई गांव मैदान में उतर आए हैं।
संगरूर(कोहली): कैप्टन सरकार द्वारा हलके के विकास के लिए 25 करोड़ की ग्रांट जारी किए जाने के बाद अब इसे हासिल करने के लिए कई गांव मैदान में उतर आए हैं। कांग्रेसी नेता जहां ग्रांट को बांट कर लोगों का समर्थन हासिल करना चाहते हैं, वहीं उन्हें गांवों की गुटबंदी का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह का नजारा संगरूर के हलका दिड़बा के गांव जमाल में देखने को मिला, जहां अमरगढ़ से कांग्रेसी विधायक सुरजीत सिंह धीमान और हलका इंचार्ज अजैब सिंह रटोल ग्रांट का प्रपोजल लेकर गए थे।
धीमान के स्वागत के लिए गांव के सरपंच और गांव वासी इकट्ठा थे परन्तु धीमान उनके समारोह में पहुंचने की बजाय विरोधियों के साथ घूम कर चले गए, जिस पर गांव वासियों ने धीमान के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और उन पर गांव का माहौल खराब करने का आरोप लगाया। उधर धीमान और हलका इंचार्ज अजैब सिंह रटोल ने कहा कि वह किसी समारोह में शामिल होने नहीं आए थे। बात रही गांव के विकास की तो सभी गांवों का एक समान विकास किया जाएगा। किसी तरह की कोई गुटबंदी नहीं की जा रही।
यहां बता दें कि हलका दिड़बा कांग्रेस पार्टी के लिए हमेशा से ही गुटबंदी का गढ़ माना जाता है। यहां कांग्रेसी नेताओं की आपस में ही नहीं बनती, जिसकी ताजा उदाहरण यह मामला है। अब देखना होगा कि राजनीति एवं गुटबंदी से गांवों का विकास होता है या नहीं।