Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 03:51 PM
फिरोजपुर जिले के अधीन आते गुरुहरसहाय के एक दुकानदार ने हलका विधायक के बेटे पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगाया है। दुकानदार का कहना है कि उस पर हमला राजनीतिक रंजिश निकालने की वजह से किया गया है क्योंकि उसने गत चुनाव
चंडीगढ़ (रमनजीत): फिरोजपुर जिले के अधीन आते गुरुहरसहाय के एक दुकानदार ने हलका विधायक के बेटे पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगाया है। दुकानदार का कहना है कि उस पर हमला राजनीतिक रंजिश निकालने की वजह से किया गया है क्योंकि उसने गत चुनाव दौरान शिरोमणि अकाली दल की हिमायत की थी। पट्टियों में लिपटे व व्हीलचेयर पर बैठे उक्त दुकानदार विनय बजाज ने चंडीगढ़ प्रैस क्लब में पत्रकारों से रू-ब-रू होकर ये आरोप लगाए।
विनय बजाज ने आरोप लगाया कि जब वह अपनी फास्ट फूड की शॉप पर बैठा था तब विधायक राणा गुरमीत सिंह सोढी के बेटे अनुमीत सिंह हीरा सोढी ने 26 दिसम्बर को उसके ऊपर अपने ‘गुंडे’ भेजकर हमला करवाया था। हमलावरों ने तलवारों से उस पर हमला किया और उसे मरा हुआ समझ कर छोड़ गए। मामले की शिकायत करने के बाद भी पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई की बजाय आरोपियों को बचाने की कोशिश में है।
इस हमले का कारण बताते हुए बजाज ने कहा कि विधानसभा चुनाव में उसने अकाली-भाजपा का साथ दिया था। इसी वजह से चुनाव जीतने के बाद से हीरा सोढी उन्हें धमकी दे रहा था कि उसे सबक सिखाया जाएगा। बजाज ने बताया कि हमले में गंभीर घायल होने के बाद उन्हें इलाज के लिए फरीदकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन तत्काल उपचार न मिलने की वजह से उसे परिजन मोहाली के एक निजी अस्पताल में ले आए। बजाज ने दावा किया कि पुलिस ने इस मामले में अस्पताल में आकर उनका बयान भी दर्ज किया था लेकिन उन बयानों को केस के साथ जोड़ा नहीं जा रहा है।
बजाज ने कहा कि ए.एस.आई. हरबंस सिंह ने उनका बयान 30 दिसम्बर को अस्पताल के डॉक्टर के सामने लिया था लेकिन बयान होने के बावजूद पुलिस ने एफ.आई.आर. में यह जिक्र किया है कि विनय
बजाज बयान देने के काबिल नहीं है और खानापूॢत के लिए एक एफ.आई.आर. दर्ज कर दी।इस मामले के बारे में विधायक राणा गुरमीत सिंह सोढी का कहना है कि वो बजाज को जानते तक नहीं। सोढी ने कहा कि वो गुरु हरसहाय इलाके से चार बार विधायक बने हैं और यह इस इलाके के लोगों के प्यार व आशीर्वाद का प्रमाण है। सोढी ने कहा कि दरअसल ऐसे आरोपों के पीछे कुछ हमारी ही पार्टी के लोग हैं जो नहीं चाहते कि गुरु हरसहाय का विधायक मंत्री बने।