अमृतसर हॉट सीट दिल्ली दरबार के लिए बनेगी प्रतिष्ठा का सवाल

Edited By Vatika,Updated: 23 Apr, 2019 10:21 AM

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अमृतसर लोकसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर दिल्ली से आए हरदीप पुरी के आगमन पर अमृतसर अब हॉट सीट का दम भर गई है। वहीं इसमें कांग्रेस व भाजपा के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बनने लगा है।

अमृतसर(इन्द्रजीत): अमृतसर लोकसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर दिल्ली से आए हरदीप पुरी के आगमन पर अमृतसर अब हॉट सीट का दम भर गई है। वहीं इसमें कांग्रेस व भाजपा के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बनने लगा है।
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पिछले समीकरण में जिस प्रकार कांग्रेसी इस सीट पर अपने एकाधिकार का अनुमान बनाकर बैठे थे कि जहां 2 वर्ष पूर्व के चुनावों में 7 विधायक बड़े मार्जन में जीते हैं और यह सीट अति-सुरक्षित है। दूसरी ओर भाजपा की तरफ से लम्बे समय से कोई उम्मीदवार घोषित न किए जाने के कारण भाजपाइयों के चेहरे भी उतरने लगे थे क्योंकि कोई शक्तिशाली प्रत्याशी अमृतसर में भाजपा के अंदर दिखाई नहीं दे रहा था जिस कारण वर्करों में जोशी की कमी आने लगी थी। दूसरी ओर कांग्रेसी अपने जीते हुए उम्मीदवार के प्रति आश्वस्त थे लेकिन दिल्ली से उक्त नेता के आने पर इस मुकाबले में अब अमृतसर पंजाब का बेहतरीन चुनावी क्षेत्र होगा और इस महासंग्राम के ‘ब्रह्मांड’ में अब दोनों तरफ से ‘ब्रह्मास्त्र’ चलेंगे। 
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भाजपा-कांग्रेस में होगी गुटबंदी ध्वस्त
यदि भाजपा की बात करें तो पिछले दिनों में लोकल समीकरण में आंतरिक गुटबंदी के चलते वर्कर उम्मीदवारी को लेकर कई गुटों में बंटने लगे थे और परस्पर एक-दूसरे को राजनीतिक तौर पर नीचा दिखाने और धड़ेबंदी की कई सूचनाएं हाईकमान तक भी पहुंची। जानकारों के मुताबिक इसमें भाजपा हाईकमान ने एक बाहरी उम्मीदवार भेजकर गुटबंदी को जहां पर समाप्त करने का प्रयास किया, वहीं कांग्रेस के सामने भी एक शक्तिशाली मोहरा सामने रख दिया। दूसरी ओर भाजपा के इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के व्यक्तित्व को हराने के लिए कांग्रेस का दिल्ली दरबार भी हरकत में आने लगा है ताकि इस मुकाबले में मोदी सरकार का एक बड़ा महारथी चित्त कर दिया जाए। सांसद औजला को टिकट मिलने के उपरांत भी कांग्रेस के अन्य दावेदार नेता भी अंदर खाते नाराज थे जो योग्यता के आधार पर अपना हक जता रहे थे। कांग्रेस हाईकमान उन्हें भी सख्ती से मुकाबले में हिस्सा लेने के निर्देश देगी। कुल मिलाकर दोनों तरफ भाजपा-कांग्रेस के दिल्ली दरबार के पैरोकार इस गुटबंदी को तोड़ कर सीधे मुकाबले का मुकाम बनाएंगे। 
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पिछले चुनाव में जेतली को मिली थी शिकस्त
हरदीप पुरी को जहां पर हराने के लिए कांग्रेस हाईकमान अपना जोर लगाकर गुरजीत औजला को जिताने का प्रयास करेगी, वहीं भाजपा इसे जिताने के लिए हर संभव प्रयास करेगी क्योंकि पुरी अरुण जेतली के स्तर के व्यक्ति हैं और जेतली के खासमखास भी। इसलिए भाजपा उन एंगलों पर भी दबाव बनाएगी जिन कारणों से अमृतसर में कैप्टन-जेतली मुकाबले में भाजपा को करारी शिकस्त मिली थी। इस हॉट सीट का अभिप्राय हरदीप पुरी की जीत व हार को लेकर बनेगा। कांग्रेस पुरी को जीतने नहीं देगी और भाजपा उसे जिताने के लिए कोई हत्थकंडा अपनाने से नहीं चूकेगी। 

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