Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 12:33 PM
जिला शिक्षा दफ्तर की तरफ से हर साल हाई, माध्यमिक व सीनियर सैकेंडरी स्कूलों (निजी और सरकारी) से स्काऊट एंड गाइड फंड के नाम पर लाखों रुपए वसूली की जाती है।
पटियाला(जोसन): जिला शिक्षा दफ्तर की तरफ से हर साल हाई, माध्यमिक व सीनियर सैकेंडरी स्कूलों (निजी और सरकारी) से स्काऊट एंड गाइड फंड के नाम पर लाखों रुपए वसूली की जाती है। यह वसूली इसलिए की जाती है कि इस फंड से स्कूलों में स्काऊट एंड गाइड के कैंप लगाकर बच्चों को समाज सेवा की तरफ प्रेरित किया जा सके जबकि जिला शिक्षा दफ्तर इस फंड को ऐसे कामों के लिए प्रयोग न करके अन्य कामों के लिए प्रयोग करता है।
यह भी जानकारी मिली है कि इस फंड का 50 प्रतिशत हिस्सा तो पंजाब सरकार के हिस्से चला जाता है और बाकी 50 प्रतिशत हिस्सा भी किसी और काम के लिए जिला शिक्षा दफ्तर की तरफ से ही इस्तेमाल कर लिया जाता है।जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा दफ्तर पटियाला की तरफ से हर साल उक्त स्कूलों को पत्र भेजा जाता है। इसमें बाकायदा लिखा जाता है कि स्काऊट एंड गाइड का फंड हाई और माध्यमिक स्कूल 500 रुपए और सीनियर सैकेंडरी स्कूल 1,000 रुपए जमा करवाएं।
आधा फंड सरकार को और बाकी नैशनल कैंप के लिए हो रहा खर्च
जिला शिक्षा सैकेंडरी अफसर पटियाला कमल कुमारी का कहना है कि यह फंड स्कूलों से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस फंड में से 50 प्रतिशत सरकार के खाते में चला जाता है और बाकी फंड को उस समय खर्चा जाता है जब नैशनल कैंप लगते हैं। उस समय जाने वाले वफद और बच्चों पर यह खर्च किया जाता है।