Edited By Vatika,Updated: 11 Feb, 2019 12:39 PM
गुरुद्वारा करतारपुर रावी दर्शन अभिलाशी संस्था के महासचिव तथा वरिष्ठ धार्मिक नेता गुरिन्द्र सिंह बाजवा ने कहा कि बीते दिन दिल्ली में गुरुद्वारा श्री करतार साहिब कॉरीडोर संबंधी उच्च स्तरीय मीटिंग हुई थी, जिसमें पंजाब सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कर्ण...
बटाला(मठारू): गुरुद्वारा करतारपुर रावी दर्शन अभिलाशी संस्था के महासचिव तथा वरिष्ठ धार्मिक नेता गुरिन्द्र सिंह बाजवा ने कहा कि बीते दिन दिल्ली में गुरुद्वारा श्री करतार साहिब कॉरीडोर संबंधी उच्च स्तरीय मीटिंग हुई थी, जिसमें पंजाब सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कर्ण अवतार सिंह मुख्य सचिव पंजाब सरकार शामिल हुए थे।
मीटिंग में इस बात की चर्चा हुई थी कि श्री गुरुद्वारा करतार साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट होना जरूरी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह भी पासपोर्ट की शर्त को हटाने की मांग कर चुके हैं परंतु कर्ण अवतार सिंह ने इस मीटिंग में इस शर्त का विरोध नहीं किया तथा न ही इस शर्त को हटाने की आवाज उठाई।
बाजवा ने कहा कि बड़ी संख्या में नानक नाम लेवा संगत है, जिनके पास पासपोर्ट नहीं है। इस नियम के कारण वह श्री गुरुद्वारा करतार साहिब के दर्शन से वंचित रह जाएगी। इसलिए इस शर्त को भारत तथा पाकिस्तान की सरकारों को हटा देना चाहिए। उन्होंने भारत-पाक सरकारों से अपील की कि प्रस्ताव पर पुन: विचार कर पासपोर्ट की शर्त को समाप्त किया जाए।