Edited By swetha,Updated: 11 May, 2019 10:24 AM
देश में लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं। नई सरकार के गठन को लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। मुम्बई के ज्योतिषी पं. रा
जालन्धर(धवन): देश में लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं। नई सरकार के गठन को लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। मुम्बई के ज्योतिषी पं. राज कुमार शर्मा के अनुसार केंद्र में चुनावी नतीजे आने के बाद महागठबंधन की सरकार बनने के आसार हैं। केंद्र में बनने वाली नई सरकार के गठन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अहम भूमिका रहने वाली है।
मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केंद्र में वापसी होने के आसार नहीं हैं। नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को वृश्चिक लग्र में हुआ जबकि भाजपा की राशि वृश्चिक है। केंद्र में भाजपा सरकार की शपथकालीन कुंडली में भी वृश्चिक राशि बनती है। इस समय प्रधानमंत्री चंद्रमा महादशा तथा केतू अंतर्दशा के दौर से गुजर रहे हैं। ग्रहण योग की दशा व अंतर्दशा चल रही है जो मुश्किलें बढ़ाने वाली हैं। इसे देखते हुए भाजपा के पुन: सत्ता में आने के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं।
पं. राजकुमार शर्मा ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय व अन्य पार्टियां मिलकर राष्ट्रीय दलों से अधिक सीटें ले जाने में कामयाब हो सकती है। महागठबंधन 140 से 145 सीटें जीत सकता है जबकि केंद्र में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आएगी। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को हुआ तथा वह धनु राशि से संबंध रखते हैं। उनको साढ़ेसाती चल रही है। शनि जाते-जाते बड़ा काम कर जाता है।
राहुल गांधी को 4 मार्च 2019 से राहु महादशा में राहु की अंतर्दशा शुरू हो चुकी है। राहु पराक्रम का कारक ग्रह माना जाता है। वह राहुल गांधी की कुंडली में 5वें घर में कुंभ राशि में बैठा हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की कुंडली में भी राहु कुंभ राशि का था। राहु ने ही डा. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री का पद दिलवा दिया था इसलिए अब राहुल गांधी के लिए भी राहु की महादशा शुभ फल देगी तथा केंद्र में अगली सरकार राहुल गांधी के फैसलों पर निर्भर करेगी। यह भी हो सकता है कि कांग्रेस महागठबंधन को बाहर से समर्थन दे दे।
उन्होंने कहा कि केंद्र में अगली सरकार कमजोर ही बनेगी तथा इसमें शरद पवार व चंद्र बाबू नायडू जैसे नेताओं की अहम भूमिका होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का गठन 6 अप्रैल 1980 को हुआ था तथा उसे सूर्य महादशा चल रही है। ऐसा भी प्रतीत हो रहा है कि चुनावों के बाद एन.डी.ए.-2 का गठन हो जाए जिसमें नितिन गडकरी जैसे नेताओं की मुख्य भूमिका रह सकती है।