Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 11:35 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर ने एक प्रैस कांफ्रैंस करके सरबत खालसा के जत्थे...
जालंधर(बुलंद): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर ने एक प्रैस कांफ्रैंस करके सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा उन्हें अकाल तख्त साहिब पर तलब करने बारे कहा कि सरबत खालसा नाम की कोई संस्था नहीं है और न ही उनके द्वारा मनचाहे जत्थेदार लगाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरबत खालसा के जत्थेदारियां करने वाले तथाकथित जत्थेदार पूरी तरह से फर्जी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे फर्जी जत्थेदारों को सिख पंथ कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और इनके खिलाफ पंथक और कानूनी एक्शन लिया जाना चाहिए। इसलिए 15 अक्तूबर को सारे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य जत्थेदार अकाल तख्त साहिब को एक मांग पत्र सौंपेंगे व इन कथित जत्थेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सिख समाज द्वारा चुनी गई व भारतीय संविधान द्वारा काम करने वाली संस्था है जिस पर सवाल उठाने वाले न सिर्फ कानूनी गुनहगार हैं बल्कि सिख पंथ के भी गुनहगार हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे फर्जी जत्थेदारों को वह न तो जत्थेदार मानती हैं और न ही उनके तलब किए जाने या सजा सुनाए जाने की परवाह करती हैं। बीबी जागीर कौर ने कहा कि साल 2000 में भी जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ज्ञानी पूर्ण सिंह ने मध्य प्रदेश में बैठ कर हुक्म जारी किया था जिसके विरोध में वह खड़ी हुई थीं।
उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से श्री अकाल तख्त साहिब को समॢपत हैं और जो कोई भी अकाल तख्त साहिब की मान-मर्यादा को भंग करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कड़ा संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर शिरोमणि कमेटी मैम्बर कुलवंत सिंह मन्ना, परमजीत सिंह रायपुर, सरवण सिंह, सुरिन्द्र सिंह भुल्लेवाल राठां, बीबी गुरप्रीत कौर, रविन्द्र सिंह, जरनैल सिंह डोगरावाला तथा चरणजीत सिंह लाली आदि मौजूद थे।
खैहरा ने मेरी बेटी की मौत का राजनीतिक लाभ लेने के लिए हमेशा चाल चली
आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा द्वारा उन पर किए जा रहे हमलों बारे बीबी ने कहा कि खैहरा उन पर किसी प्रकार के सवाल नहीं उठा सकते क्योंकि वह केशधारी सिख नहीं हैं और नशा करते हैं तथा सिख धर्म से उनका कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि खैहरा जैसे पतित व्यक्ति को तो अकाल तख्त साहिब को पत्र लिखने का भी अधिकार नहीं। खैहरा ने मेरी बेटी की मौत को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की हमेशा चाल चली है।