Edited By Vatika,Updated: 13 Mar, 2024 11:21 AM
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक अमनदीप कौर ने अपनी फोर्स को सख्त हिदायतें दी हैं।
जालंधर (वरुण): शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक अमनदीप कौर ने अपनी फोर्स को सख्त हिदायतें दी हैं। ए.डी.सी.पी. ने कहा कि अगर किसी भी ट्रैफिक कर्मी ने ड्यूटी दौरान लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन तय है। ए.डी.सी.पी. अमनदीप कौर ने ट्रैफिक थाने में चारों जोन के इंचार्ज व अन्य ट्रैफिक कर्मियों को बुला कर मीटिंग की। शहर में ट्रैफिक को सही ढंग से चलाने के लिए हिदायतें दी और यह भी कहा कि मुलाजिम अपने साथ बॉडी कैमरे जरूर रखें। अगर कोई वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके साथ बदसलूकी से पेश न आकर जो बनती कार्रवाई है वह की जाए।
ए.डी.सी.पी. ने कहा कि श्रीराम चौक से लेकर बस्ती अड्डा चौक तक बनाए गए नो आटो जोन में कोई भी आटो नहीं घुसना चाहिए। अगर कोई शॉर्ट कट रास्तों का इस्तेमाल करके नो आटो जोन में घूसता है तो आटो इंपाउंड किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी ट्रैफिक कर्मी की लापरवाही के कारण ट्रैफिक जाम नहीं लगना चाहिए। अगर जाम लगा तो वहां जिस भी टीम की ड्यूटी लगी होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके अलावा ए.डी.सी.पी. आम लोगों को संदेश दिया कि लोग पार्किंग स्थलों पर ही अपने वाहन खड़े करें ताकि ट्रैफिक जाम हो। उन्होंने चारों जोन के इंचार्ज से भी कहा कि अगर कोई भी गाड़ी नो पार्किंग जोन या फिर गलत ढंंग से खड़ी है तो उसे टो करवाया जाए। इसके अलावा नाबालिग वाहन चालकों पर भी सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। नाबालिग वाहन चालकों के पकड़े जाने पर उनके परिजनों को पुलिस तलब भी कर सकती है।
शहर में मशहूर हो रहा सिगरेट वाला ट्रैफिक कर्मी
इस समय शहर में नाके पर तैनाती दौरान खाकी वर्दी में सरेआम सिगरेट पीने वाला ट्रैफिक कर्मी काफी चर्चा बरोट रहा है। किसी समय यह मुलाजिम थाने में होता था लेकिन वहां पर भी उसके चर्चे अक्सर सुनने को मिलते रहते थे। काफी लोगों का कहना है कि यह ट्रैफिक कर्मी अक्सर वाहन चालकों के साथ बदसलूकी के साथ पेश आता है और कई बार नशे की हालत में भी ड्यूटी देता है। बिना टोपी और ड्रैस सैंस से बाहर होकर ड्यूटी देने वाले इस ट्रैफिक कर्मी की अधिकारी अपने लैवल पर जांच करवाएं तो उसकी और भी कई हरकतें सामने आ सकती हैं। ऐसे ट्रैफिक कर्मियों के कारण ही अक्सर विभाग की बदनामी होती है।