Edited By Kamini,Updated: 01 Mar, 2024 03:18 PM
जालंधर इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने एक मामले को लेकर मध्यप्रदेश में बड़ी कार्रवाई की है।
जालंधर : जालंधर इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने पोंजी स्कीम में धोखाधड़ी मामले को लेकर मध्यप्रदेश में बड़ी कार्रवाई की है। पोंजी स्कीम में धोखाधड़ी को लेकर पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश में कई मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार ई.डी. कार्रवाई करते हुए एनजीएचई (NGHE) डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड और इसकी अन्य कंपनियों की 1.64 करोड़ रुपए की 64 प्रॉपर्टियों को जब्त कर लिया है।
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जब्त की गई प्रॉपर्टी में मध्यप्रदेश के ग्वालियर, भिंड, गुना व दतिया में स्थित अचल प्रॉपर्टी भी शामिल है। ईडी ने उक्त कार्रवाई पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर की है। बताया जा रहा है कि नाइसर ग्रीन ग्रुप कंपनियों के प्रबंध निदेशक पीपल सिंह व अन्य के खिलाफ आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत पंजाब, हिमाचल प्रदेश व राजस्थान के थानों में कई एफआईआर दर्ज गई थी।
क्या है पूरा मामला
ईडी जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी पीपल सिंह व उसके साथियों ने मिलकर कई कंपनियां बनाई। नाइसर ग्रीन ग्रुप कंपनियों के प्रबंध निदेशक पीपल सिंह उचित रिर्टन के झूठे वादे करते हुए कंपिनयों में एफडी और आरडी के रूप में निवेश करने के लिए कहा। लोगों को रिर्टन का लालच देकर अपराध की आय अर्जित की। इसके बाद रिर्टन की अवधि समाप्त होने के बावजूद आरोपियों ने निवेशकों को उनका पैसे नहीं लौटाया और निवेश किए हुए पैसो का इस्तेमाल मेसर्स एनजीएचआई डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड और अन्य कंपिनयों के नाम पर माध्य प्रदेश में विभिन्न अचल प्रॉपर्टी खरीदी गई थी।
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