Edited By Urmila,Updated: 26 Dec, 2022 02:06 PM

विजिलेंस ब्यूरो भ्रष्टाचार को लेकर सख्त नजर आ रही है।
चंडीगढ़: विजिलेंस ब्यूरो भ्रष्टाचार को लेकर सख्त नजर आ रही है। सिंचाई विभाग में हुए 1200 घोटाले में पूर्व अकाली मंत्री जनमेजा सिंह सेखों का नाम सामने आया है जिसे विजिलेंस ब्यूरों ने 30 दिसंबर को सुबह 10 बजे दफ्तर में पेश होने के लिए कहा है। विजिलेंस के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित की है। इस दौरान जो सुराग मिले हैं उनका क्रॉस चेक किया जाएगा। जांच के लिए प्रश्नों का प्रोफार्मा तैयार किया गया है। जिक्रयोग्य है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के समय यह मामला वर्ष 2017 में सामने आया था। इस मामले में ठेकेदार गुरिंदर सिंह समेत तीन इंजीनियरों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ दौरान ठेकेदार गुरिंदर सिंह ने कई अहम खुलासे किए थे।

उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंचाई विभाग में ठेके के आवंटन में भारी धांधली हो रही है। ठेके हासिल करने के लिए महंगे वाहन तोहफे देने पड़ते थे। उन्होंने अधिकारियों और मंत्रियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। हालांकि उस वक्त इस मामले को दबा कर रखा गया था, लेकिन 2022 में राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही नए सिरे से जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक विजिलेंस पूर्व सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी कहन सिंह पन्नू, के.बी.एस. सिद्धू और पूर्व मंत्री शरणजीत सिंह ढिल्लों से पूछताछ कर चुकी है। सी.एम. मान ने खुद पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी और पूर्व मंत्रियों से पूछताछ के लिए विजिलेंस को मंजूरी दी लेकिन इस दौरान दो पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी विदेश चले गए। जब लुक आउट नोटिस जारी किया गया तो उन्होंने कोर्ट की शरण ली। इसके साथ ही एल.ओ.सी. रद्द करवाया।
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