Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 03:07 AM
6 जून 1945 को जिला जालंधर में जन्मे रामेश्वर सिंह संघा इस समय कनाडा में हाऊस ऑफ कॉमन्स...
जालंधर(धवन): 6 जून 1945 को जिला जालंधर में जन्मे रामेश्वर सिंह संघा इस समय कनाडा में हाऊस ऑफ कॉमन्स के सदस्य हैं तथा वह कनाडा की पार्लियामैंट में इलैक्टोरल जिला ब्रम्पटन सैंटर का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह कनाडा की सत्ताधारी सरकार से संबंधित हैं तथा आजकल पंजाब के दौरे पर आए हुए हैं। संघा ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से भी गत दिनों कनाडा तथा पंजाब के रिश्तों को लेकर लम्बी चर्चा की। संघा से लिए गए साक्षात्कार के प्रमुख अंश निम्नलिखित हैं-
प्र. पंजाब तथा कनाडा के आपसी रिश्तों में कनाडा में मौजूद गर्मदलीय तत्वों के कारण आपसी कड़वाहट पैदा हुई है?
उ. मेरा पंजाब दौरा कनाडा तथा पंजाब के आपसी रिश्तों को दोबारा जोडऩे तथा उनमें सुधार लाने के लिए है। चाहे मैं व्यक्तिगत दौरे पर आया हूं परन्तु पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह से मेरी बैठक काफी सौहार्दपूर्ण तथा आपसी रिश्तों को बढ़ावा देने वाली रही है।
प्र. क्या आप समझते हैं कि कनाडा व पंजाब के मध्य जमी बर्फ अब पिघलने लगी है?
उ. हां, अब दोनों के मध्य आपसी रिश्तों को लेकर एक नई शुरूआत हुई है तथा उन्हें लगता है कि अब बर्फ पिघलने लगी है।
प्र. कनाडा में खालिस्तानी लहर का कितना जोर है?
उ. मुझे नहीं लगता कि अब खालिस्तानी लहर में कोई जोर है। अब कनाडा में पुराने जैसे हालात नहीं हैं। कनाडा में बसे पंजाबी तथा अन्य समुदाय के लोग भारत व पंजाब से रिश्तों को सुधारना चाहते हैं।
प्र. कनाडा में आमतौर पर भारतीय राजनीतिज्ञों के खिलाफ कुछ संगठनों जैसे सिख फॉर जस्टिस द्वारा शिकायतें कर दी जाती हैं। क्या उन पर रोक नहीं लगनी चाहिए?
उ. मैं इस बात से सहमत हूं कि किसी के खिलाफ नाजायज शिकायत नहीं की जानी चाहिए परन्तु कई बार कनाडा में लोगों को मिले राइट्स के कारण भी ऐसा हो जाता है।
प्र. आपकी मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह से बैठक कैसी रही?
उ. मैंने मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के साथ आपसी रिश्तों को सुधारने को लेकर चर्चा की है। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह को कनाडा दौरे पर आमंत्रित किया गया है तथा कैप्टन ने भी इस बात पर सहमति दी है कि वह कनाडा का दौरा करने के इच्छुक हैं।
प्र. क्या कनाडा सरकार मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी?
उ. कनाडा सरकार कै. अमरेन्द्र सिंह को उनके सी.एम. रुतबे को देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी। कैप्टन की सुरक्षा को लेकर किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री अगर कनाडा आते हैं तो उनका पंजाबी हृदय से स्वागत करेंगे।
प्र. मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने कनाडा के कुछ मंत्रियों के खिलाफ खालिस्तानियों के साथ मिले होने के आरोप लगाए हैं?
उ. मैंने भी इस संबंध में समाचार पत्रों में पढ़ा था। मुख्यमंत्री ने जो एतराज खड़े किए हैं उनके प्रमाण कनाडा सरकार के सामने प्रस्तुत किए जाने चाहिएं। परन्तु मैं समझता हूं कि अब गर्म तत्वों जैसी कनाडा में कोई बात नहीं तथा धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो रहा है।
प्र. क्या कनाडा तथा भारत के मध्य आपसी सहयोग और बढऩे की उम्मीदें हैं?
उ. हां, दोनों देशों के मध्य आर्ट एंड कल्चर, हॉस्पिटल, मैडीकल, साइंस एंड टैक्नोलॉजी, एजुकेशन आदि क्षेत्रों में आपसी सहयोग की उम्मीदें हैं।
प्र. पंजाब से लोग कनाडा जाकर बसने के इच्छुक हैं। क्या कनाडा सरकार वीजा प्रणाली को और सरल बना रही है?
उ. कनाडा में मौजूदा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पंजाबियों को अधिक से अधिक कनाडा में आमंत्रित कर रहे हैं तथा कनाडा सरकार ने वीजा प्रणाली को सरल बनाया है। अगर पंजाबी कनाडा में आकर व्यापार करना चाहें तो भी उनका स्वागत है।
प्र. कनाडा में पंजाबियों की बड़ी गिनती को देखते हुए अब कनाडा सरकार की नीतियों को भी वह प्रभावित कर रहे हैं?
उ. कनाडा में बसे पंजाबियों की गिनती अधिक होने के कारण अब पंजाबी सरकार की नीतियों को प्रभावित कर रहे हैं तथा सरकार भी उनके हितों को देखते हुए अपनी नीतियां बना रही है। इससे पंजाबियों के लिए कनाडा में अवसर और बढ़ेंगे।
प्र. कनाडा में अब भारतीयों के कितने सांसद संसद में प्रतिनिधित्व करते हैं?
उ. कनाडा में इस समय भारत से संबंधित 22 सांसद हैं जिसमें से सत्ताधारी सरकार से संबंधित 18 सांसद हैं। ट्रूडो सरकार में 4 पंजाबी केंद्रीय मंत्री बने हैं।
प्र. क्या कनाडा की कम्पनियां पंजाब में पूंजी निवेश करने के लिए तैयार हैं?
उ. कनाडा की कम्पनियों की पंजाब में दिलचस्पी है तथा पंजाब सरकार अगर सहयोग दे तो वे राज्य में पूंजी निवेश के लिए तैयार हैं।
प्र. कनाडा तथा भारत के आपसी संबंधों में सुधार के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिएं?
उ. दोनों देशों की सरकारों को एक-दूसरे के साथ व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत बनाना होगा तथा एक-दूसरे के देश में सरकारी दौरों में बढ़ौतरी होनी चाहिए।
कैप्टन को दी धमकियों के मामले में कनाडा सरकार ने जांच बंद की
कहा-पर्याप्त प्रमाण नहीं मिले
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह को सरी (कनाडा) में 22 अप्रैल को बैसाखी परेड के समय गर्मदलियों द्वारा दी गई धमकियों के मामले में कनाडा सरकार ने जांच का कार्य बंद कर दिया है तथा कहा है कि उसे इस संबंध में पर्याप्त प्रमाण नहीं मिले हैं। कनाडा के विदेश, व्यापार व विकास विभाग ने भारतीय अधिकारियों को दिए संदेश में कहा है कि रायल कनाडियन माऊंडेट पुलिस (आर.सी.एम.पी.) ने जांच का कार्य पूरा कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के अधिकारियों के सामने कै. अमरेन्द्र सिंह को खालिस्तानी तत्वों द्वारा दी गई धमकियों का मामला उठाया था। कनाडा सरकार ने इसके विपरीत कहा है कि जांच में उसे प्रमाण नहीं मिले हैं।