Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 12:28 PM
: मैरिटोरियस स्कूलों में खाली रह गई सीटों को दोबारा भरने के लिए शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
अमृतसर (दलजीत): मैरिटोरियस स्कूलों में खाली रह गई सीटों को दोबारा भरने के लिए शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
फिलहाल अमृतसर में बनाए गए मैरिटोरियस स्कूल में 450 से अधिक सीटें खाली हैं। प्रथम चरण में ली गई मैरिटोरियस स्कूल दाखिला परीक्षा में मात्र 51 विद्यार्थी पास हो पाए थे। हालांकि मैरिटोरियस स्कूल अमृतसर में 11वीं कक्षा में 500 सीटें आरक्षित हैं। 51 विद्यार्थियों के पास होने के कारण 449 सीटें अभी भी मैरिटोरियस स्कूल में रिक्त हैं। इनको भरने के लिए शिक्षा विभाग ने 2 अगस्त को दोबारा परीक्षा लेने का ऐलान किया है। मैरिटोरियस स्कूल प्रवेश परीक्षा का स्थल माल रोड सरकारी कन्या सी.सै. स्कूल बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले अधिकांश विद्यार्थी मैरिटोरियस स्कूल की प्रवेश परीक्षा में फिसड्डी साबित हुए थे। जिला अमृतसर में स्थापित मैरिटोरियस स्कूल के लिए तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट, बटाला के लगभग 283 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। इस परीक्षा में कुल 274 विद्यार्थी बैठे और 9 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। इनमें मात्र 51 विद्यार्थी ही मैरिटोरियस स्कूल की प्रवेश परीक्षा पास करने में सफल रहे थे।
सोसायटी फार प्रमोशन ऑफ क्वालिटी एजुकेशन फार पूअर एंड मैरिटोरियस स्टूडैंट्स ऑफ पंजाब के अंतर्गत अमृतसर मैरिटोरियस स्कूल संचालित है। इसके अलावा पूरे पंजाब में 8 मैरिटोरियस स्कूल संचालित किए जा रहे हैं।
इन 9 मैरिटोरियस स्कूलों में 4500 सीटों के दाखिले के लिए यह परीक्षा 25 जून को ली गई थी। अमृतसर जिले में 11वीं के लिए मैरिटोरियस स्कूल में कुल 500 सीटें आरक्षित हैं। ऐसे में नाममात्र 283 बच्चों में 274 विद्यार्थी ही परीक्षा देने के लिए आए उनमें से भी मात्र 51 बच्चे ही पास हो पाए तो मैरिटोरियस स्कूल की स्ट्रैथ कम हो जाएगी। उसी समय संभावना प्रकट कर दी गई थी कि शेष सीटों को भरने के लिए शिक्षा विभाग जल्द ही दाखिला परीक्षा आयोजित करेगा।