Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 05:02 AM
भारत और पाकिस्तान के संबंध तभी सुधर सकते हैं जब दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिलकर काम करें।
चंडीगढ़ (रश्मि हंस): भारत और पाकिस्तान के संबंध तभी सुधर सकते हैं जब दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिलकर काम करें। साथ ही दोनों देशों की आर्मी में भी तालमेल होना चाहिए। पंजाब यूनिवॢसटी में अपनी पुस्तक ‘टाइडिंग ऑफ ट्रबल इन टाइम्स’ के विमोचन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि 2005-07 में मनमोहन सिंह और मुशर्रफ के बीच समझौता वार्ता का फार्मूला लगभग तैयार हो गया था मगर सियाचिन के हालात के कारण यह सिरे नहीं चढ़ पाया। उन्होंने डोकलाम विवाद पर नरेंद्र मोदी सरकार के स्टैंड की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार इस मसले पर बड़ी सूझबूझ से निपटी।
देशद्रोह का मामला हो जाता है दर्ज
उन्होंने कहा कि पिछले 42 माह से बोलने की स्वतंत्रता खत्म हो गई है। अगर आप सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलते हैं तो आप पर देशद्रोह का आरोप लगा दिया जाता है। हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। हमें बोलने का अधिकार होना चाहिए।