Edited By Updated: 27 Feb, 2017 12:59 AM
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की चर्चा हेतु इंकम टैक्स विभाग ने चार्टर और टैक्स
जालंधर(कमलेश): प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की चर्चा हेतु इंकम टैक्स विभाग ने चार्टर और टैक्स बार एसोसिएशन के साथ जालंधर में बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में उद्योगपतियों ने भी शिरकत की।
बैठक के दौरान इंकम टैक्स के नॉर्थ-वैस्ट रीजन के प्रिंसीपल कमिश्नर के.सी. जैन ने कहा कि नोटबंदी सरकार द्वारा लिया गया एक साहसी निर्णय था और अब विभाग अपनी कार्रवाई में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि इंकम टैक्स विभाग ने इस दौरान 15 लाख लोगों को टैक्स डिफाल्टर लिस्ट के तहत नोटिस भेजे हैं, जिनमें से लगभग 7 लाख लोगों के जवाब भी आ चुके हैं और उनसे अब विभाग के अधिकारी पूछताछ भी कर रहे हैं जिन लोगों के जवाब नहीं आए, उन पर विभागीय जांच के बाद कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि लड़की के पिता सुभाष चन्द्र के बयानों के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
नोटिस का इंतजार न कर खुद आगे आएं
प्रिंसीपल कमिश्नर ने कहा कि लोगों को अगर लगता है कि उन्होंने रिटर्न में कोई गड़बड़ की है तो वह नोटिस का इंतजार न कर खुद आगे आकर विभाग से मिलें क्योंकि अगर वे बाद में विभाग की गिरफ्त में आते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद सारा पैसा बैंकिंग चैनल में आ चुका है और विभाग से कोई भी डिफाल्टर छुप नहीं सकता है।
प्रिंसीपल कमिश्नर के.सी. जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना उन व्यक्तियों के लिए अच्छा जरिया है जिनके पास ऐसी सम्पत्ति और काली कमाई है जो अभी तक अघोषित है, वे इस स्कीम का लाभ उठाकर अघोषित आय पर 50 प्रतिशत जुर्माना देकर विभागीय कार्रवाई से बच सकते हैं।
बैठक के दौरान वी.के. झा (सी.सी.आई.टी. लुधियाना), जे.एस. नौरथ (पी.आर.सी.आई.टी.-1, जालंधर), ए.पी. सिंह (पी.आर.सी.आर.टी.-2, जालंधर), अश्विनी गुप्ता (प्रैजीडैंट जी.एस.टी. एंड टैक्स बार), दिनेश शर्मा, सलिल गुप्ता, जे.ए. भसीन, महेश गुप्ता, सुरिन्द्र महाजन, संदीप विज, रमेश मित्तल व अन्य शामिल रहे।