Edited By swetha,Updated: 08 Apr, 2020 08:11 AM
कोरोना से बचाव के लिए मानवता की सेवा में लगे मैडीकल स्टाफ और डाक्टरों की सुरक्षा को यकीनी बनाने और उनकी जरूरत को पूरा करने के लिए आई. के. गुजराल पंजाब टैकनिकल यूनिवर्सिटी ने पहल की है।
कपूरथला (महाजन): कोरोना से बचाव के लिए मानवता की सेवा में लगे मैडीकल स्टाफ और डाक्टरों की सुरक्षा को यकीनी बनाने और उनकी जरूरत को पूरा करने के लिए आई. के. गुजराल पंजाब टैकनिकल यूनिवर्सिटी ने पहल की है। यूनिवर्सिटी की तरफ से अपने सी. आई. आई. आई. टी. (सैंटर फार इनोवेशन, इनवैंशन एंड इनक्यूबेशन) में मैडीकल स्टाफ और डाक्टरों की सुरक्षा के लिए फेस शीलडस का निर्माण किया गया है। फेस शीलडस की स्पलाई यूनिवर्सिटी ने जिला प्रशासन को शुरू भी कर दी है। यह पहल डाक्टरों और नर्सों के लिए इंडियन मैडीकल रिर्सच एसोसिएशन की तरफ से जा रही तत्काल जरूरत को पूरा करेगी। यह जानकारी तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री पंजाब चरनजीत सिंह चन्नी ने दी।
उन्होंने कहा कि यह पंजाब राज्य में तकनीकी विकास की एक नई पहल है, जो भविष्य में हर क्षेत्र को सक्षम बनाएगी। यह खोज इस सैंटर की पहल है, जो मैडीकल स्टाफ के चेहरों के भाग को वायरस से बचाएगी। चन्नी ने कहा कि भविष्य में सैंटर फार इनोवेशन, इनवैंशन एंड इनक्यूबेशन से राज्य के अधिक से अधिक अन्य क्षेत्रों को भी लाभ प्रदान किया जाएगा।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. डा. अजय कुमार शर्मा ने पुष्टि की कि पहले चरण में यूनिवर्सिटी का लक्ष्य कपूरथला, जालंधर और अन्य आस-पास के जिलों के लिए 2000 फेस शीलडस का निर्माण करना है। भविष्य में यूनिवर्सिटी अन्य राज्यों को भी उत्पाद जरूरत अनुसार प्रदान करेगी। वी. सी. प्रो. डा. शर्मा ने कहा कि शुरुआती चरण में यूनिवर्सिटी ने 50 प्रोडक्ट का निर्माण किया और जिला कपूरथला प्रशासन के द्वारा कर्मचारियों को सौंप दिया। डिप्टी कमिशनर कपूरथला दीप्ति उप्पल ने यूनिवर्सिटी का धन्यवाद किया।