Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 11:24 AM
फगवाड़ा पुलिस द्वारा इन दिनों शहर के कई क्षेत्रों में विशेष नाके लगाकर वाहन चालकों के सैंकड़ों चालान काटने का क्रम जारी है, जिस कारण वाहन चालकों के दिलो-दिमाग में ट्रैफिक पुलिस, सिटी पुलिस, सदर पुलिस व पी.सी.आर. कर्मियों द्वारा काटे जाने वाले...
फगवाड़ा (मुकेश): फगवाड़ा पुलिस द्वारा इन दिनों शहर के कई क्षेत्रों में विशेष नाके लगाकर वाहन चालकों के सैंकड़ों चालान काटने का क्रम जारी है, जिस कारण वाहन चालकों के दिलो-दिमाग में ट्रैफिक पुलिस, सिटी पुलिस, सदर पुलिस व पी.सी.आर. कर्मियों द्वारा काटे जाने वाले चालानों का भय भी मन ही मन व्याप्त है।
दूसरी ओर शहर के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि फगवाड़ा क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था विशेषकर बाजारों, मंडियों व सड़कों पर विकराल अवस्था में साफ दिखाई पड़ती है। ऐसे में ट्रैफिक व अन्य विभागों की पुलिस द्वारा इस ओर कोई भी कार्रवाई होती नहीं दिखाई पड़ती है। अगर पुलिस विभाग जगह-जगह नाके लगाकर चालान काट सकती है तो बाजारों की अस्त-व्यस्त रहने वाली ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार क्यों नहीं ला सकती? पुलिस तंत्र को चाहिए कि शहर के दुकानदारों द्वारा रोजाना किए जाने वाले कब्जों को हटाकर बाजार का आकार खुला करवाए, ताकि दुकानदारों के मन में भी पुलिस का दबदबा (दहशत) बनी रहे।
पड़ताल के तहत बाजारों में पुलिस तब आती है जब कोई शोभायात्रा या फिर किसी राजनीतिक पार्टी के आका रैली निकालने वाले हों। शहर वासियों का कहना है कि पुलिस तंत्र को चाहिए वह नियमित चालान काटने के साथ-साथ शहर के कब्जों के कारण व्यस्त रहने वाले बाजारों की हालात में भी सुधार लाए, ताकि प्रत्येक शहरी खुले आकार के बाजारों में आराम से आ जा सके।