Edited By Des raj,Updated: 21 Jul, 2018 06:38 PM
इंसानियत को शर्मसार करने का एक मामला मुकेरियां में शुक्रवार देर रात 10 बजे उस समय देखने को मिली जब एक मां अपनी बीमार नवजात बच्ची को इलाज के लिए होशियारपुर सिविल अस्पताल आना चाहती थी, लेकिन एंबुलैंस चालक ने साफ कह दिया कि वह होशियारपुर नहीं जाएगा।...
होशियारपुर(अमरेन्द्र): इंसानियत को शर्मसार करने का एक मामला मुकेरियां में शुक्रवार देर रात 10 बजे उस समय देखने को मिली जब एक मां अपनी बीमार नवजात बच्ची को इलाज के लिए होशियारपुर सिविल अस्पताल आना चाहती थी, लेकिन एंबुलैंस चालक ने साफ कह दिया कि वह होशियारपुर नहीं जाएगा। यही नहीं विरोध करने पर चालक ने बेबस मां व नवजात बच्ची को बीच सड़क पर रात 10 बजे उतार हाजीपुर के लिए रवाना हो गया।
इस बीच महिला के पति ने अपने मालिक को फोन किया तो तड़के 3 बजे होशियारपुर से पहुंची एंबुलैंस से महिला व उसके नवजात बच्ची को लेकर एंबुलैंस तड़के 4 बजे होशियारपुर सिविल अस्पताल पहुंची। मुकेरियां में करीब 5 घंटे समय बर्बाद होने की वजह से नवजात बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है वहीं बच्ची की 19 वर्षीया मां सीमा देवी को रो-रोकर हाल बुरा हो चला है।
परिजनों में आक्रोश
सिविल अस्पताल के महिला वार्ड के बाहर नवजात बच्ची की मां सीमा देवी अपने पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में बताया कि हमारी शादी 3 वर्ष पहले यू.पी.के बदायूं जिले के रहने वाले मनोज के साथ हुई थी। मनोज हिमाचल के मुबारकपुर के पास ईंट भट्ठे पर काम करता है। प्रसव पीड़ा होने पर हमलोग 19 जुलाई को हाजीपुर अस्पताल पहुंचे थे, जहां 20 जुलाई को सायं 7 बजे बच्ची ने जन्म लिया। जन्म के समय बच्चे के नहीं रोने पर डॉक्टर ने हमें यह कहकर मुकेरियां रैफर कर दिया कि बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। एंबुलैंस के लिए 300 रुपए की पर्ची कटा मुकेरियां पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने होशियारपुर रैफर कर दिया। सीमा देवी के साथ उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि हम लोग गरीब है। भला हो मालिक का जो हमें एंबुलैंस भेज दिया, लेकिन मुकेरियां ममें एंबुलैंस वाले में थोड़ी भी भलाई की भावना होती तो हम समय पर बच्ची को लेकर होशियारपुर पहुंच गए होते।