Edited By swetha,Updated: 08 Apr, 2020 10:02 AM
कोरोना'' वायरस के कहर चलते जहां एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल सरकारी और प्राईवेट कर्मचारियों का वेतन न काटने की बात कर रहे हैं।
पटियाला(जोसन):'कोरोना' वायरस के कहर चलते जहां एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल सरकारी और प्राईवेट कर्मचारियों का वेतन न काटने की बात कर रहे हैं। दूसरी तरफ वित्त विभाग की तरफ से डाक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारियों के वेतन रोके जाने से उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
' हाई रिस्क ड्यूटी करने वाले इन कर्मचारियों को वेतन से वंचित रख कर पंजाब सरकार द्वारा उनको 'अच्छा इनाम'दिया जा रहा है। यह लोग अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस'से प्रभावित मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले मनप्रीत बादल के वित्त विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन अनुसार स्वास्थ्य विभाग पंजाब के डैपूटेशन वाले मुलाजिमों को मार्च के बाद वेतन नहीं देने की बात कही गई थी। चाहे वह स्टाफ नर्सें हों, डाक्टर या मनिस्टीरियल स्टाफ हो, कोई भी 31 मार्च 2020 के बाद दूसरे स्टेशनों पर अपने वेतन का दावा नहीं कर सकेगा। इस से पहले सितम्बर 2019 तक यह पाबंदी थी। इस बाद में मुलाजिमों को 6महीनों की छूट दी गई, जो कि 31 मार्च तक ही थी वेतन न मिल पाने की उम्मीद खत्म होने पर इस कर्मचारियों में निराशा का आलम है।