Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 11:45 AM
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने कहा कि जी.एस.टी. कौंसिल के सॉफ्टवेयर तथा पोर्टल की त्रुटियों से ग्रस्त सैंकड़ों व्यापारी जी.एस.टी. रिटर्न भरने
जालंधर (धवन): पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने कहा कि जी.एस.टी. कौंसिल के सॉफ्टवेयर तथा पोर्टल की त्रुटियों से ग्रस्त सैंकड़ों व्यापारी जी.एस.टी. रिटर्न भरने में असमर्थ हैं। व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्यारे लाल सेठ तथा महामंत्री समीर जैन ने कहा कि हजारों की संख्या में व्यापारियों को अभी तक रजिस्टर्ड ई-मेल पर यूजर नंबर तथा पासवर्ड उपलब्ध नहीं करवाए गए तथा जिन व्यापारियों को दिए भी गए हैं उनके यूजर नंबर व पासवर्ड काम नहीं कर रहे, ऐसे में रिटर्न दाखिल करने में व्यापारी असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कमजोर मूल ढांचे पर जी.एस.टी. लागू करने से व्यापारी असमंजस में है। सरकार को तुरंत व्यापारियों की मुश्किलों को हल करना चाहिए अन्यथा जी.एस.टी. के फेल होने का खतरा बढ़ जाएगा। व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि पहले नोटबंदी के कारण व्यापार में मंदी आ गई थी तथा अब जी.एस.टी. लागू होने के बाद व्यापार में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को व्यापारियों की शंकाओं का समाधान करना चाहिए अन्यथा व्यापार की गति रुक जाएगी, जिसका देश के आर्थिक विकास पर बुरा असर पड़ेगा। केंद्र सरकार को जी.एस.टी. लागू करने से पहले अपना होमवर्क पूरा कर लेना चाहिए था। इसी तरह से जी.एस.टी. की दरें भी काफी ऊंची रखी गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि जी.एस.टी. लागू होने के बाद एकल कर प्रणाली देश में लागू हो जाएगी, परंतु अब तो कई राज्यों को उनकी भौगोलिक स्थिति देखते हुए जी.एस.टी. में छूट दी गई है।