Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 10:37 AM
प्रत्येक वर्ष त्यौहारी सीजन के दौरान मोगा शहर बारूद के ढेर के नीचे दबकर रह जाता है, चाहे जिले भर में कोई पटाखा फैक्टरी तो नहीं है परंतु मिले ब्यौरे में पता लगा है कि शहर के कई दुकानदार प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपए का पटाखा स्टॉक करके इसको............
मोगा (पवन ग्रोवर): प्रत्येक वर्ष त्यौहारी सीजन के दौरान मोगा शहर बारूद के ढेर के नीचे दबकर रह जाता है, चाहे जिले भर में कोई पटाखा फैक्टरी तो नहीं है परंतु मिले ब्यौरे में पता लगा है कि शहर के कई दुकानदार प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपए का पटाखा स्टॉक करके इसको आगे छोटे दुकानदारों को बेचते हैं। पंजाब केसरी की ओर से त्यौहारों के सीजन से पहले किसी भी असुखद घटना होने पर तुरंत फायरब्रिगेड की सर्विस महैया होने संबंधी जब फायरब्रिगेड दफ्तर मोगा का दौरा किया गया, तो पता चला कि नगर निगम मोगा के फायर विभाग के पास कुल 6 गाडिय़ां हैं जिसमें से 5 गाडिय़ां पूरी तरह से कार्य कर रही हैं जबकि एक गाड़ी कंडम है। इन 5 गाडिय़ों में एक जीप भी शामिल है।
जानकारी में यह तथ्य उभर कर सामने आया कि फायर विभाग को किसी भी तरह की घटना होने की सूचना मिलते ही विभाग की ओर से तुरंत फायरब्रिगेड की गाडिय़ों को घटना के स्थान की तरफ रवाना कर दिया जाता है लेकिन नगर निगम की फायरब्रिगेड गाडिय़ों को शहर में से निकलने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है क्योंकि नगर निगम दफ्तर मेन बाजार के अंदर है। फायर विभाग के मुलाजिमों ने पुष्टि करते हुए कहा कि त्यौहारों के मौसम समेत फायरब्रिगेड प्रत्येक समय किसी भी असुखद घटना पर काबू पाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहता है।
शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में होता है पटाखे का स्टॉक
जानकारी के अनुसार दीवाली से 2 सप्ताह पहले ही शहर के बड़े दुकानदार अपने-अपने गोदामों में पटाखों का बड़ा स्टॉक करना शुरू कर देते हैं। नियमानुसार चाहे पटाखों की बिक्री से पहले जिला प्रशासन की ओर से पटाखों की बिक्री के लिए शहर में खुले स्थानों का चुनाव किया जाता है लेकिन पिछले सालों के दौरान शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में नियमों को ताक पर रखकर सरेआम पटाखों की बिक्री हुई है। सूत्रों ने तो इस बात को भी बेपर्दा किया है कि दुकानदार पटाखों की बिक्री से पहले फायर विभाग से एन.ओ.सी. नहीं लेते।
इन स्थानों पर थी गत वर्ष पटाखे बेचने की इजाजत
मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष पुरानी अनाज मंडी, प्रताप रोड, लुधियाना रोड आदि स्थानों पर ही पटाखे बेचने की इजाजत थी लेकिन इसके अलावा भी शहर के मुख्य बाजार समेत फिरोजपुर रोड, अमृतसर रोड, जीरा रोड तथा यहां तक सर्राफा बाजार जैसे तंग इलाकों में पटाखों की बिक्री बड़े स्तर पर हुई थी।
2011 में घर में पटाखे बनाते समय हुआ था बड़ा हादसा
मोगा शहर के पहाड़ा सिंह चौक के नजदीक 6 वर्ष पहले घर में पटाखे बनाते समय बड़ा फिस्फोट होने से परिवार के 3 सदस्यों की मृत्यु हो गई थी तथा कई घायल हो गए। बताने योग्य है कि उस समय जिला प्रशासन ने पटाखों के स्टॉक करने वालों के विरुद्ध सख्ती तो की थी लेकिन बाद में फिर पटाखे स्टॉक करने का सिलसिला बेरोकटोक जारी है।