Edited By Sunita sarangal,Updated: 23 Oct, 2022 11:50 AM
इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने आरोप लगाया कि मोर्चे के दौरान शहीद हुए किसानों के वारिसों को मुआवजे बारे भी सरकार चुप्पी धारण किए हुए है।
संगरूर: भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा मानी हुई मांगें लागू करने में लगातार की जा रही टालमटोल के विरुद्ध यहां लगाए गए पक्के किसान मोर्चे के 14वें दिन भी मुख्यमंत्री की कोठी के घेराव में महिलाओं समेत सैंकड़ों किसानों-मजदूरों-नौजवानों का इकट्ठ हुआ।
इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने आरोप लगाया कि मोर्चे के दौरान शहीद हुए किसानों के वारिसों को मुआवजे बारे भी सरकार चुप्पी धारण किए हुए है। जब तक शहीद साथियों के परिवारों को मुआवजा नहीं मिल जाता हम चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने बताया कि ठोस सुझावों समेत यादपत्र में बताई गई मांगों को पूरा किया जाए। जिला बरनाला के नेता भगत सिंह छन्ना ने किसानों-मजदूरों के संघर्ष से सरकारों को बचाने के लिए लोगों में फूट डालने की नीति की सख्त शब्दों में निंदा की। उन्होंने किसानों को दिए गए नदी के पानी के पूर्ण उपयोग के लिए एक रोड मैप तैयार करने की मांग की। शहीद भगत सिंह कला मंच चड़िक की टीम द्वारा इंकलाबी नाटक ‘भटकते-भटकते’ खेला गया। इस मौके पर सौदागर सिंह घुड़ानी, मानसा के अध्यक्ष राम सिंह भैणीबाघा, महिला नेता बिन्द्रपाल कौर बरनाला, बहादुर सिंह भुटाल, मलकीत सिंह गग्गड़ मुक्तसर तथा मनप्रीत सिंह बरनाला शामिल थे।
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