Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 02:47 AM
पंजाब में बिजली की मांग धान के मौजूदा सीजन के दौरान ...
पटियाला: पंजाब में बिजली की मांग धान के मौजूदा सीजन के दौरान आज पहली बार 2450 लाख यूनिट तक पहुंच गई। पिछली बार बिजली की मांग 2640 लाख यूनिट तक पहुंची थी।
पावरकॉम के डायरैक्टर उत्पादन इंजी. एम.आर. परिहार ने बताया कि तलवंडी साबो प्लांट अब मुकम्मल चालू हो चुका है। पहले इस प्लांट के 2 यूनिट चालू हुए थे और अब तीसरा यूनिट भी चालू हो गया है। बिजली की उपलब्धता मात्रा को देखते हुए पावरकॉम ने अपने तीनों सरकारी थर्मल प्लांटों के 14 में से 12 यूनिट बंद कर दिए हैं। पावरकॉम ने लहरा मोहब्बत स्थित गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट और रोपड़ स्थित गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के 3 यूनिट गत दिवस बंद किए हैं।
इस समय पंजाब में बिजली की मांग की पूर्ति के लिए तीनों प्राइवेट थर्मल प्लांटों में से राजपुरा प्लांट के दोनों यूनिट पूरी कैपेसिटी के साथ बिजली पैदा कर रहे हैं। ये दोनों यूनिट 700-700 मैगावाट के हैं, तलवंडी साबो प्लांट के तीनों यूनिट 450-450 मैगावाट के करीब बिजली पैदा कर रहे हैं और तीनों प्लांट 660-660 मैगावाट कैपेसिटी के हैं जबकि गोइंदवाल साहिब स्थित तीसरा प्लांट 200 मैगावाट के करीब बिजली पैदा कर रहा है। इसके तीनों यूनिट 270 मैगावाट की कैपेसिटी वाले हैं।
इसके अलावा रोपड़ स्थित गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के यूनिट नंबर 4 और 5 इस समय चालू हैं जो तकरीबन पौने 200-2000 मैगावाट बिजली पैदा कर रहे हैं। इन प्लांटों के सभी 6 यूनिटों की कैपेसिटी 250 मैगावाट हरेक है। इंजी. परिहार ने बताया कि पावरकॉम के पास अपने तीनों सरकारी प्लांटों के लिए कोयला जरूरी मात्रा में उपलब्ध है। रोपड़ में इस समय 20 दिन, लहरा मोहब्बत में 19 दिन जबकि भटिंडा यूनिट में 9 दिन का कोयला पड़ा है। इस हालात को देखते हुए पावरकॉम ने अपनी कोयला सप्लाई भी कम कर दी है।