Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 04:14 PM
दिल्ली में आनंद मैरिज एक्ट को मंजूरी मिलने के बाद एक बार फिर विवाद छिड़ गया है।
अमृतसरःदिल्ली में आनंद मैरिज एक्ट को मंजूरी मिलने के बाद एक बार फिर विवाद छिड़ गया है। इसे एक्ट को लागू करवाने का श्रेय दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डी.एस.जी.पी.सी.) के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा तथा शिअद द्वारा लिए जाने पर आप नेता ने विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि आनंद मैरिज एक्ट को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को मंजूरी दी थी। इसके तहत सिख धर्म के लोग अब एक्ट के तहत अपनी शादी का पंजीकरण करा सकेंगे।
इसको लागू करने वाला दिल्ली चौथा राज्य होगा। इससे पहले पंजाब, हरियाणा और झारखंड में यह लागू हो चुका है। इस एक्ट के लागू होने के बाद सिरसा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और एल.जी. अनिल बैजल का धन्यावाद किया था। वहीं उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डालते हुए इसके लिए दिल्ली की सिख संगत को बधाई देते लिखा था कि शिअद प्रधान सुखबीर बादल के प्रोत्साहन से आनंद कारज एक्ट लागू करवाया जा सका है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रंबंधक के नेतृत्व में चल रही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी इसका श्रेय शिअद प्रधान सुखबीर बादल तथा डी.एस.जी.सी. सदस्यों को दिया था। वहीं आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक जरनैल सिंह ने शिअद नेताओं के इस बात का श्रेय लेने को ओछी हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि वह इस एक्ट को लागू करने से काफी खुश है। पर यह एक्ट नहीं बल्कि प्रमाणीकरण है,जो हिंदू मैरिज एक्ट के अधीन ही आता है। शिअद नेता सिख संगत को गुमराह कर रहे हैं। अगर शिअद नेताओं को श्रेय लेने का इतना शौक है तो वह संसद में पूर्ण मैरिज एक्ट लागू करवा कर दिखाए।