Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 11:07 AM
नशा छुड़ाओ केन्द्र में तैनात कर्मचारी ही नशेडिय़ों को नशीली दवाएं बेच रहे थे। जालंधर देहात पुलिस ने नशा छुड़ाओ केन्द्र, सिविल अस्पताल,
जालंधर (प्रीत) : नशा छुड़ाओ केन्द्र में तैनात कर्मचारी ही नशेडिय़ों को नशीली दवाएं बेच रहे थे। जालंधर देहात पुलिस ने नशा छुड़ाओ केन्द्र, सिविल अस्पताल, नकोदर के महिला समेत 6 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
उक्त कर्मचारी स्टॉक रजिस्टर में हेराफेरी कर नशीली गोलियां बाहर बेच देते थे। आरोपियों से करीब 1000 नशीली गोलियां बरामद की गई हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान जालंधर देहात के एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि थाना नकोदर के एस.एच.ओ. ओंकार सिंह बराड़ को सूचना मिली थी कि नशा छुड़ाओ केन्द्र, नकोदर में तैनात कर्मचारी नशीली गोलियां बेच देते हैं। सूचना मिलने पर एस.पी. (इन्वैस्टीगेशन) बलकार सिंह के नेतृत्व में डी.एस.पी. मुकेश कुमार व इंस्पैक्टर ओंकार सिंह बराड़ ने सिविल अस्पताल नकोदर में तैनात कर्मचारी आशा रानी पुत्री हरी सिंह वासी गांव कुलार( शाहकोट), केन्द्र के काऊंसलर मनिन्द्र सिंह पुत्र प्रकाश सिंह वासी सांगणा (अमृतसर), कम्प्यूटर आप्रेटर जगजीत सिंह उर्फ जगी वासी संधू चट्ठा (कपूरथला), चपड़ासी राजेन्द्र कुमार उर्फ आशू पुत्र रमेश कुमार वासी भगत सिंह नगर (नकोदर) तथा 2 नशेडिय़ों चरणजीत सिंह उर्फ लड्डू पुत्र गुरनाम सिंह वासी कंगणा (नकोदर)व गुरिन्द्र सिंह उर्फ भिन्दा पुत्र हरपाल सिंह वासी कंगणा (नकोदर) को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों से 10 डिब्बे (1000 गोली)नशीली गोलियों के बरामद किए गए। एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आशा रानी, काऊंसलर मनिन्द्र सिंह और राजेन्द्र कुमार तीनों मिलकर नशीली गोलियां नशेडिय़ों को बेच देते थे। चूंकि स्टॉक रजिस्टर मनिन्द्र सिंह तथा कम्प्यूटर का काम जगजीत सिंह देखते थे, इसलिए केन्द्र में आने वाली नशीली गोलियां नशेडिय़ों को बेच देते और कमाई बांट लेते।