Edited By Suraj Thakur,Updated: 08 Nov, 2018 07:38 PM
दिवाली की रात कुछ शरारती तत्वों ने हाईकोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए पंजाब और चंडीगढ़ में रात दस बजे के बाद भी पटाखे चलाए, लेकिन कानून की अवहेलना करने के बाद पुलिस की गिरफ्त में चंडीगढ़ में 28 लोग आए। लुधियाना में भी पटाखों को लेकर अदालत की...
लुधियाना: दिवाली की रात कुछ शरारती तत्वों ने कोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए पंजाब और चंडीगढ़ में रात दस बजे के बाद भी पटाखे चलाए। कानून की अवहेलना करने के बाद पुलिस की गिरफ्त में चंडीगढ़ में 28 लोग आए। जबकि लुधियाना में भी पटाखों को लेकर अदालत की अवहेलना करने पर 14 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। दिवाली पर पटाखे चलाए जाने से पूरे पंजाब के एयर क्वालिटी इंडेक्स पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।
लुधियाना के पुलिस उपायुक्त अश्विनी कपूर ने बताया कि अदालत के उल्लंघन को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अब तक 14 मामले दर्ज किये हैं। पंजाब के लुधियाना में एयर क्वालिटी इंडेक्स में 221, जालंधर में 266, अमृतसर में 221, पटियाला में 271, मंडी गोविंदगढ़ में 223 और खन्ना में 215 रहा। जबकि चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 155 दर्ज किया गया।
एयर क्वालिटी इंडेक्स का निरीरक्षण करने वाले अधिकारियों का कहना है कि कि इस बार दिवाली के बाद वायु की गुणवत्ता पिछले साल की तुलना में बेहतर रही। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अभियंता करूणेश गर्ग ने बताया पिछले साल की दीपावली के समय से अगर आप वायु गुणवत्ता स्तर की तुलना करेंगे तो इस साल प्रदूषण स्तर 25 से 30 फीसदी कम है ।
इस साल वायु गुणवत्ता कहीं बेहतर है। गर्ग ने बताया कि पंजाब के विभिन्न हिस्सों में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के ऊपर चला जाता है । शीर्ष अदालत के आदेश से पटखा चलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने में बहुत अधिक मदद मिली है ।
उन्होंने कहा कि पहले लोग दिवाली से कुछ दिन पहले से पटाखे चलाना प्रारंभ कर देते थे । लेकिन इस बार उन्होंने सिमित अवधि तक ही पटाखे चलाये। इस बार व्यापरियों ने भी पटाखों का कम ही स्टाक लिया था क्योंकि उन्हें नहीं बिकने की स्थिति में घाटे का डर था ।