रोजी-रोटी के लिए विदेश गया था बेटा, नहीं पता था "लाश" बनकर लौटेगा घर..फूट-फूट कर रो रहा परिवार
Edited By Vatika,Updated: 22 Mar, 2024 09:19 AM
सरहदी क्षेत्र के गांव हसनपुर के रहने वाले नौजवान बलजीत सिंह की जर्मन में झगड़े के कारण हुई मौत के करीब 1 महीने बाद आज उसका शव पैतृक गांव पहुंचा।
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया): सरहदी क्षेत्र के गांव हसनपुर के रहने वाले नौजवान बलजीत सिंह की जर्मन में झगड़े के कारण हुई मौत के करीब 1 महीने बाद आज उसका शव पैतृक गांव पहुंचा। इस मौके पर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार गांव हसनपुर का रहने वाला नौजवान बलजीत सिंह पिलछे साल ही रोजी-रोटी के लिए विदेश गया था । मृतक के भाई ने बताया कि परिवार के बढ़िया पालन-पौषण के लिए भाई जर्मन के बर्लिन में फूड डिलीवरी का काम करता था। 21 फरवरी को भाई के दोस्तों ने उसकी मौत की जानकारी दी। बताया गया कि घर के बाहर गली में पाकिस्तानी लड़कों के साथ उसका झगड़ा हुआ और बात इतनी बढ़ गई कि उक्त लड़कों ने उसे मार डाला। इस घटना के बाद परिवार गहरे सदमे में है। वहीं रोती-बिलखती मां ने लोगों से बेटों को विदेश ना भेजने की अपील की ।