Edited By Updated: 25 May, 2017 02:14 PM
मोटा ब्याज देने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली क्राऊन क्रैडिट चिटफंड कंपनी के नेहरू शॅपिंग काम्पलैक्स में स्थित दुकान नंबर 9 व 10 के कार्यालयों को बरनाला पुलिस सील करने पहुंची। बरनाला पुलिस चिटफंड कंपनी की सचिव संदीप कौर को प्रोडक्शन...
अमृतसर (महेन्द्र, संजीव): मोटा ब्याज देने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली क्राऊन क्रैडिट चिटफंड कंपनी के नेहरू शॅपिंग काम्पलैक्स में स्थित दुकान नंबर 9 व 10 के कार्यालयों को बरनाला पुलिस सील करने पहुंची। बरनाला पुलिस चिटफंड कंपनी की सचिव संदीप कौर को प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ लाई थी।
जानकारी के अनुसार क्राऊन क्रैडिट चिटफंड कंपनी ने पंजाब के साथ-साथ हरियाणा तथा राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में अपना जाल बिछा रखा था। जो भोले-भाले लोगों को बैंकों व डाकघरों की तुलना में कहीं ज्यादा व मोटे ब्याज का झांसा देकर उनसे अपनी कंपनी में लाखों एवं करोड़ों का निवेश करवा रही थी। सूत्रों के अनुसार इनके द्वारा लोगों को 3 प्रतिशत मासिक ब्याज देने की बात कही जाती थी और कंपनी द्वारा आयोजित करवाए जाने वाले हाई-फाई कार्यक्रमों में बड़ी-बड़ी पार्टियां भी करवाई जाती थीं। शुरू-शुरू में तो कंपनी में निवेश करने वालों को निर्धारित ब्याज दिया भी जाता रहा था, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति इसके विपरीत जानी शुरू हो गई थी और तब तक कंपनी के बने एजैंटों के जरिए बनी नैक्सेस के जाल में फंस कर बड़े-बड़े लोग लाखों एवं करोड़ों का निवेश कर चुके थे।
अमृतसर में भी दर्ज है 20.67 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला: इसी बीच स्थानीय शिव नगर, इस्लामाबाद निवासी अशोक कुमार तथा आजाद नगर निवासी हरप्रीत सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी का यह मामला 2 वर्ष पहले ही उजागर हुआ था। कंपनी के एम.डी. जगजीत सिंह की गिरफ्तारी के पश्चात उन्हें संदेश भेजे जा रहे थे कि वे उनके खिलाफ कोई मामला (केस) दर्ज न करवाएं और उन्हें जल्द ही उनके रुपए मिल जाएंगे, लेकिन उनके आश्वासन के पश्चात गत वर्ष सितम्बर तक जब उन्हें निवेश की राशि नहीं मिली तो उन्होंने 15 लोगों के खिलाफ 20.67 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने करीब 6 महीने तक इस मामले की जांच-पड़ताल करने के पश्चात यह मामला दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि थाना सुल्तानविंड तथा बरनाला सहित जहां-जहां भी अन्य मामले दर्ज हैं, वहां के अधिकारियों से वे मिले थे। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी की सचिव संदीप कौर को 7 दिनों के प्रोटैक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था।
इस मामले में 7 दिनों के प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कंपनी की सचिव संदीप कौर को बरनाला की पुलिस प्रोडक्शन वारंट के आखिरी दिन यहां लेकर पहुंची थी। बरनाला पुलिस की इस मामले में बुधवार को की गई कानूनी कार्रवाई नेहरू काम्पलैक्स में स्थित कंपनी द्वारा किराए पर ली गई दुकान नंबर 9 व 10 को सील करने तक ही सीमित रही। हैरत की बात यह थी कि पुलिस दुकानों को सील करने के लिए अपने साथ ताले तक नहीं लेकर आई थी। पुलिस के पास दुकानों के भीतर सर्च करने के लिए कोई सर्च वारंट तक नहीं था। हालांकि जांच अफसर रणजीत सिंह यह कह रहे थे कि कंपनी के इस ठिकाने से आरोपियों के पासपोर्ट, आधार कार्ड, मोबाइल फोन आदि रिकवर हो सकते हैं।
हालांकि बरनाला की पुलिस ने कंपनी के एम.डी. की एक अन्य सहयोगी महिला राजिन्द्रा नगर निवासी संगीता शर्मा के घर भी रेड की, लेकिन उसे कहीं से भी कोई भी रिकवरी हासिल नहीं हो सकी। इस मौके पर कई शिकायतकर्ता भी वहां पहुंचे हुए थे। जिन्हें बरनाला की पुलिस ने मात्र यही आश्वासन देकर लौटा दिया कि वे जल्द ही यहां आकर दुकान के अंदर पड़े सामान की चैकिंग करेंगे, क्योंकि उनके पास अभी दुकानों के अंदर चैकिंग करने के लिए कोई सर्च वारंट नहीं है। बरनाला की पुलिस द्वारा बुधवार को कंपनी के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान कुछ भी रिकवरी न हो पाई। इस मामले में ज्यों-ज्यों निवेशकों को झटका लगता गया, त्यों-त्यों कंपनी के खिलाफ शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही थीं। शिकायतों के चलते स्थानीय थाना सुल्तानविंड के साथ-साथ बरनाला की पुलिस ने भी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले दर्ज कर रखे हैं। यही कारण है कि क्राऊन क्रैडिट चिटफंड कंपनी का एम.डी. जगजीत सिंह तथा सचिव संदीप कौर इस समय जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।