Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:44 AM
एक ओर जहां मुख्यमंत्री तथा लोकल बाडीज मंत्री बार-बार बयान दे रहे हैं कि पंजाब के & शहरों जालंधर, अमृतसर और पटियाला के निगम चुनाव 15 दिसम्बर के करीब करवा लिए जाएंगे। वहीं इन चुनावों के लिए सरकारी स्तर पर जिस प्रकार की लचर तैयारियां की जा रही है उनसे...
जालंधर(खुराना): एक ओर जहां मुख्यमंत्री तथा लोकल बाडीज मंत्री बार-बार बयान दे रहे हैं कि पंजाब के & शहरों जालंधर, अमृतसर और पटियाला के निगम चुनाव 15 दिसम्बर के करीब करवा लिए जाएंगे। वहीं इन चुनावों के लिए सरकारी स्तर पर जिस प्रकार की लचर तैयारियां की जा रही है उनसे संभावना बन रही है कि निगम चुनाव फरवरी/मार्च तक टल भी सकते हैं। जालंधर वैस्ट क्षेत्र से कांग्रेसी विधायक सुशील रिंकू ने आज चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह से भेंट करके उनके सामने जालंधर निगम की वार्डबंदी का मुद्दा उठाया और सरकारी अधिकारियों की कारस्तानी बारे उन्हें बताया।
गौरतलब है कि लोकल बाडीज विभाग ने नई वार्डबंदी का जो प्रस्तावित ड्राफ्ट नगर निगम को भेजा था उसमें विधायक रिंकू सहित अन्य विधायकों के क्षेत्रों में पड़ते वार्डों में भी विधायकों की इ‘छा के विपरीत बदलाव किए गए थे। विधायक रिंकू ने तभी चंडीगढ़ जाकर गलत वार्डबंदी को चैलेंज किया था और इसे बदलने की मांग रखी थी परंतु तब उन्हें आश्वासन दिया गया कि वह प्रस्तावित वार्डबंदी पर ऑब्जैक्शन फाइल करवा दें। उन ऑब्जैक्शनों के आधार पर वार्डबंदी को ठीक करवा दिया जाएगा परंतु विधायक रिंकू तथा अन्य को उस समय काफी हैरानी हुई
जब लोकल बाडीज विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तावित वार्डबंडी पर प्राप्त हुए 175 ऑब्जैक्शनों में से एक को भी लागू नहीं किया और प्रस्तावित वार्डबंदी को ही फाइनल रूप देकर अधिकारियों को उसके अनुरूप वोटें बनाने के आदेश जारी कर दिए गए। विधायक सुशील रिंकू ने आज मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह को विस्तार से बताया कि नई वार्डबंदी में विधायकों की सलाह चाहे ली गई परंतु उस सलाह पर अमल नहीं किया गया और अधिकारियों ने अपनी मनमर्जी करके विधायकों को भी बाईपास किया और अपने हिसाब से वार्डबंदी को फाइनल करार दे दिया। विधायक रिंकू के अनुसार मुख्यमंत्री ने वार्डबंदी पर नजरसानी का आश्वासन दिया है।