Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 10:19 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर की अध्यक्षता में अंङ्क्षत्रग कमेटी की सभा आज गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब पटियाला के सभा हॉल में हुई, जिसमें नवम्बर 1984 में सिख विरोधी दंगों पर चर्चा की गई और पंजाब में पंजाबी...
पटियाला(जोसन): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर की अध्यक्षता में अंङ्क्षत्रग कमेटी की सभा आज गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब पटियाला के सभा हॉल में हुई, जिसमें नवम्बर 1984 में सिख विरोधी दंगों पर चर्चा की गई और पंजाब में पंजाबी मातृभाषा के साथ हो रहे भेदभाव तथा पंजाब सरकार की तरफ से बनाए जा रहे पकोका कानून की निंदा की गई।
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि कांग्रेस माहौल खराब करना चाहती है, पंजाब में पकोका कानून की कोई भी जरूरत नहीं है। सभा में फैसला किया गया कि जनरल इजलास 29 नवम्बर को 1 बजे तेजा सिंह समुद्री हॉल में होगा। इस दौरान शिरोमणि कमेटी के सचिव डा. रूप सिंह को मुख्य सचिव लगाया गया और अतिरिक्त सचिव हरभजन सिंह मनावां और महेन्द्र सिंह आहली को सचिव के तौर पर पदोन्नत किया गया। प्रो. बडूंगर ने कहा कि भारत में इससे पहले बने विशेष कानून एन.एस.ए., मिस्सा, टाडा आदि का प्रयोग अल्पसंख्यकों के खिलाफ ही हुआ है। जबर-जुल्म, अत्याचार और कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए कानून तो पहले ही बहुत हैं, जरूरत है उनको लागू करने के लिए इच्छाशक्ति की।
पंजाबी मातृभाषा को बनता मान-सम्मान दिया जाए
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि पंजाब में पंजाबी भाषा के साथ किया जा रहा भेदभाव असहनीय है। कई लोग पंजाब के वासी होते हुए भी अपने शैक्षिक और वित्तीय अदारों पर अपने नेम प्लेट पंजाबी मातृभाषा की जगह ङ्क्षहदी और अंग्रेजी में लिखते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी मातृभाषा को बनता मान-सम्मान दिया जाए।
एस.जी.पी.सी. के नए प्रधान का चयन 29 को अमृतसर में होगा
एस.जी.पी.सी. के नए प्रधान का चयन 29 को अमृतसर में होगा। इस संबंधी आज प्रस्ताव पास करके एस.जी.पी.सी. का जनरल इजलास 29 नवम्बर 2017 को 1 बजे तेजा सिंह समुद्री हॉल अमृतसर में बुलाया गया है। इस जनरल हाऊस में जहां नए प्रधान का चयन होगा, वहीं 14 कार्यकारिणी के मैंबर भी नए सिरे से चुने जाएंगे। वर्णनीय है कि 2016 में अध्यक्ष का चयन 5 नवम्बर को हुआ था।
शहादत दिवस 25 दिसम्बर को मनाया जाए
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि इस बार श्री गुरु गोबिन्द सिंह का प्रकाश पर्व और छोटे साहिबजादों का शहादत दिवस 25 दिसम्बर को एक ही दिन आने के कारण दशम पातशाह जी का प्रकाश पर्व 25 दिसम्बर को मनाने की बजाय 5 जनवरी 2018 को मनाया जाए।